भारत में मोटापे और टाइप-2 डायबिटीज से परेशान लोगों के लिए एक राहत की खबर आई है। अमेरिकी दवा निर्माता एली लिली एंड कंपनी ने वजन घटाने की दवा Mounjaro (माउन्जारो) को भारत में लॉन्च कर दिया है। यह दवा पश्चिमी देशों में पहले से ही लोकप्रिय है और अब भारत में भी इसे व्यापक रूप से उपलब्ध कराया गया है।
भारत में मोटापा और उससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं का संकट लगातार बढ़ रहा है। टाइप-2 डायबिटीज के मामलों में भी काफी वृद्धि हो रही है। इस स्थिति में Mounjaro (माउन्जारो) दवा एक प्रभावी समाधान के रूप में सामने आई है।
Mounjaro दवा क्या है?
मौंजारो (Mounjaro) का रासायनिक नाम तिर्जेपैटाइड (tirzepatide) है, जिसे भारत के केंद्रीय दवाइयां मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने 16 जून 2024 को आयात और बिक्री के लिए मंजूरी दी थी। यह एक प्रकार का इंजेक्शन है जिसे सप्ताह में एक बार लिया जाता है।
इस दवा ने क्लिनिकल परीक्षणों में वजन घटाने में प्रभावी परिणाम दिखाए हैं। कंपनी के अनुसार, रिसर्च में शामिल वयस्कों ने 72 सप्ताह तक आहार और व्यायाम के साथ 5 एमजी की डोज पर औसतन 21.8 किलोग्राम और न्यूनतम डोज पर 15.4 किलोग्राम वजन कम किया। इसे वजन घटाने और टाइप-2 डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसके क्लिनिकल परीक्षणों में यह पाया गया है कि यह दवा वजन घटाने में प्रभावी है और इससे रोगियों को वजन कम करने में मदद मिलती है।
Mounjaro की कीमत और डोज
- भारत में इस दवा के दो अलग-अलग डोज उपलब्ध हैं। 5 मिलीग्राम डोज की कीमत 4 हजार 375 रुपए है, जबकि 2.5 मिलीग्राम डोज 3 हजार 500 रुपए में उपलब्ध है।
- इसके साथ ही, एक महीने के कोर्स का खर्च करीब 14 हजार रुपए तक हो सकता है, जबकि ब्रिटेन में इसकी कीमत 23 हजार से 25 हजार के बीच है।
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Mounjaro के लाभ
Mounjaro दवा ने क्लिनिकल परीक्षणों में वजन घटाने के प्रभाव दिखाए हैं। रिसर्च में भाग लेने वाले वयस्कों ने 72 सप्ताह में 5 मिलीग्राम के डोज पर औसतन 21.8 किलोग्राम और न्यूनतम डोज पर 15.4 किलोग्राम वजन कम किया। इस दवा के प्रभावों को देखते हुए इसे एक प्रभावी वजन घटाने के उपाय के रूप में देखा जा रहा है।
मोटापा और डायबिटीज की स्थिति
भारत में लगभग 10.1 करोड़ लोग डायबिटीज से प्रभावित हैं। इनमें से कई को अपर्याप्त इलाज मिल रहा है, जिसके कारण उनका रक्त शर्करा नियंत्रण ठीक से नहीं हो पा रहा है। मोटापा, जो 200 से अधिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है, डायबिटीज का एक प्रमुख जोखिम कारक है।
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विशेषज्ञों की सलाह
NOTE
इस दवा के इस्तेमाल को लेकर विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है। दिल्ली के AIIMS में एंडोक्राइनोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. निखिल टंडन ने कहा है कि बिना डॉक्टर की देखरेख में इस तरह की दवाओं का उपयोग करना खतरनाक हो सकता है।
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