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प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना 2015 में शुरू की गई थी। जिसका उद्देश्य छोटे और मध्यम उद्यमों (MSME) को बिना गारंटी के ऋण मुहैया कराना है। यह योजना छोटे व्यवसायों और उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है। विशेष रूप से यह योजना उन व्यक्तियों के लिए है, जो अपने व्यवसाय या स्टार्टअप को शुरू करना चाहते हैं, लेकिन वित्तीय दिक्कतों के कारण उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
इस योजना के तहत, कई लोग अब तक अपने व्यवसाय की शुरुआत कर चुके हैं और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो गए हैं। मध्य प्रदेश में भी इस योजना का भरपूर लाभ उठाया गया है, और लोग इसके माध्यम से रोजगार के नए अवसरों की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।
मुद्रा लोन के तीन प्रमुख श्रेणियां
प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना को तीन श्रेणियों में बांटा गया है, जो विभिन्न प्रकार के व्यवसायों को वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं...
शिशु श्रेणी: इस श्रेणी में 50 हजार रुपए तक का ऋण मिलता है, जो नए व्यवसायों और छोटे स्टार्टअप्स के लिए उपयुक्त है।
किशोर श्रेणी: इस श्रेणी में 50 हजार रुपए से लेकर 5 लाख रुपए तक का ऋण दिया जाता है। यह वित्तीय सहायता उन व्यवसायों के लिए है, जो पहले से अस्तित्व में हैं और जिन्हें अब अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिए समर्थन की आवश्यकता है।
तरुण श्रेणी: इस श्रेणी में 5 लाख रुपए से लेकर 10 लाख रुपए तक का ऋण मिलता है। यह तेजी से बढ़ रहे व्यवसायों के लिए उपयुक्त है।
हाल ही में, एक तरुण प्लस श्रेणी भी जोड़ी गई है, जिसमें 10 लाख से 20 लाख रुपए तक का ऋण दिया जाता है। यह श्रेणी केवल उन्हीं लाभार्थियों के लिए उपलब्ध है जिन्होंने पहले से तरुण श्रेणी का लोन लिया हो और उसका समय पर भुगतान किया हो।
जानें जरूरी दस्तावेज
- विधिवत भरा हुआ मुद्रा लोन का आवेदन फॉर्म।
- पासपोर्ट साइज फोटो।
- पहचान प्रमाण जैसे: आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस।
- निवास प्रमाण जैसे: बिजली/पानी का बिल।
- आय प्रमाण जैसे: पिछले 12 महीनों का बैंक स्टेटमेंट, पिछला आईटीआर (यदि लागू हो)।
- एससी/एसटी/ओबीसी के लिए पात्रता प्रमाण।
मुद्रा लोन का लाभ किन सेक्टरों को मिलेगा?
मुद्रा लोन योजना का लाभ विशेष रूप से सर्विस सेक्टर और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को मिलता है। हालांकि, यह योजना एग्रीकल्चर और कॉर्पोरेट सेक्टर के लिए मान्य नहीं है। इस योजना के तहत, छोटे व्यवसायों के लिए एक बड़ा मौका है, क्योंकि उन्हें बिना किसी गारंटी के ऋण मिल रहा है। क्रेडिट डिपार्टमेंट के विनय सिंह चौहान के अनुसार, इस योजना से देशभर के MSME व्यवसायों को विशेष लाभ हुआ है। मुद्रा लोन योजना से देश के लाखों छोटे उद्योगों को फायदा हुआ है, और इसने उन्हें अपनी कार्यक्षमता और उत्पादन क्षमता बढ़ाने में मदद की है।
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मुद्रा लोन के लिए पात्रता और आवेदन प्रक्रिया
मुद्रा लोन के लिए पात्रता बहुत सरल है। इसके लिए आवेदनकर्ता को केवल अपना व्यवसाय पंजीकरण प्रमाणपत्र, आधार कार्ड और पैन कार्ड जैसी बुनियादी जानकारी प्रदान करनी होती है। आवेदन प्रक्रिया भी काफी आसान है, और आप इसे ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से कर सकते हैं। इस योजना का लाभ उठाने के लिए, आवेदनकर्ता को यह प्रमाणित करना होगा कि उनका व्यवसाय छोटे या मध्यम स्तर का है और वह किसी अन्य संस्थान से ऋण प्राप्त नहीं कर रहे हैं।
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मुद्रा लोन योजना के लाभ
मुद्रा लोन योजना का प्रमुख लाभ यह है कि इसे बिना किसी गारंटी के उपलब्ध कराया जाता है। इसका मतलब यह है कि आवेदनकर्ताओं को किसी प्रकार की संपत्ति को गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं होती। इसके अलावा, इस योजना में मिलने वाले ऋण को अधिकतम 5 वर्षों तक के समय में चुकाया जा सकता है, और इसमें ब्याज दर भी उचित होती है।