NEW DELHI. राज्यसभा में सत्ताधारी एनडीए की ताकत घट गई है। लोकसभा के बाद अब राज्यसभा में भी बीजेपी और एनडीए की सीटें कम हो गई। राज्यसभा में बीजेपी के चार मनोनीत सदस्य शनिवार को रिटायर हो गए। इसके साथ ही उच्च सदन यानी राज्यसभा में बीजेपी की सीटें घटकर 86 और एनडीए की 101 रह गई है।
क्या है राज्यसभा में सीटों का गणित
19 सीटें खाली होने की वजह से अधिकतम 245 सीटों वाली राज्यसभा में फिलहाल सदस्यों की संख्या 226 हैं। यानी बहुमत के लिए 114 सदस्यों का समर्थन चाहिए होगा। सवाल यह है कि राज्यसभा में क्या बीजेपी की मुसीबत बढ़ेगी, क्या संख्या बल कम होने से एनडीए को घाटा होगा? अहम कानूनों को पास करवाने के लिए एनडीए के पास संख्या बल है या नहीं?
नंबर गेम में बीजेपी आगे
इसका जवाब है कि बीजेपी अब भी मजबूत स्थिति में है। नंबर गेम में अब भी वह आगे ही है। एनडीए के पास अब भी सात गैर-राजनीतिक मनोनीत सदस्यों, 2 निर्दलीय और एआईडीएमके और वाईएसआरसीपी जैसे दोस्ताना दलों के समर्थन से आगामी बजट सत्र में अहम कानून पारित करवाने की संख्या है। मगर दूसरों पर निर्भरता कम करने के लिए मनोनीत कैटेगरी के तहत जल्द से जल्द रिक्त पदों को भरना अहम होगा।
राज्यसभा में एनडीए के 101 सदस्य
राज्यसभा में अभी 226 सदस्य हैं। इनमें सत्ताधारी एनडीए के 101 सदस्य हैं और विपक्ष के INDIA गठबंधन के 87 सदस्य। राज्यसभा में 29 सदस्य ऐसे हैं जो न तो सत्ता पक्ष का हिस्सा हैं और न ही विपक्ष का। दो निर्दलीय और सात नामित सदस्य भी हैं। राज्यसभा में बहुमत का आंकड़ा 114 है।
लोकसभा चुनाव में खाली हुई 10 सीटें
राज्यसभा में अभी 19 सीटें खाली हैं। इनमें जम्मू-कश्मीर और मनोनीत कैटेगरी से चार-चार और आठ अलग-अलग राज्यों (असम, बिहार और महाराष्ट्र से दो-दो और हरियाणा, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, राजस्थान और त्रिपुरा से एक-एक) से 11 सीटें शामिल हैं। लोकसभा चुनाव की वजह से इन 11 सीटों में से 10 सीटें पिछले महीने खाली हुईं। जबकि एक सीट भारत राष्ट्र समिति के सदस्य के केशव राव के इस्तीफे के कारण खाली हुई थी। केशव राव कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
आने वाले महीनों में इन 11 सीटों पर चुनाव होने पर शायद एनडीए को आठ सीटें और INDIA ब्लॉक को तीन सीटें मिलेंगी। इसमें तेलंगाना से कांग्रेस को मिलने वाली एक सीट भी शामिल है, जिससे पार्टी की सीटों की संख्या 27 हो जाएगी। राज्यसभा में अपना विपक्ष का पद बनाए रखने के लिए कांग्रेस को जितनी सीटों की जरूरत है, यह उससे दो अधिक है।
ये खबर भी पढ़ें.. अब महाकालेश्वर-ओंकारेश्वर और त्रंयबकेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन होंगे आसान
कितने सदस्य होते हैं मनोनीत
सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति 12 सदस्यों को राज्यसभा के लिए मनोनीत करते हैं। वर्तमान के मनोनीत सदस्यों में, सात ने खुद को गैर-पक्षीय रखा है यानी वे बीजेपी का हिस्सा नहीं हैं। हालांकि, किसी कानून पर वोटिंग के दौरान ये सदस्य सरकार के पक्ष में मतदान करते हैं।
ये सदस्य हुए रिटायर
शनिवार को राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा, राम शकल, सोनल मानसिंह और महेश जेठमलानी चार मनोनीत सदस्य हैं। ये सभी शनिवार को रिटायर हो गए। राज्यसभा के लिए मनोनीत होने के बाद इन्होंने औपचारिक रूप से खुद को बीजेपी के साथ जोड़ लिया था। मनोनीत कैटेगरी में एक और राज्यसभा सदस्य गुलाम अली हैं, जो बीजेपी का हिस्सा हैं, वे सितंबर 2028 में रिटायर होंगे।
thesootr links
-
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें