Nigeria Suicide Attack: अफ्रीकी देश नाइजीरिया के पूर्वोत्तर क्षेत्र में जिहादी आतंकवादियों ने एक आत्मघाती हमला किया, जिसमें 27 सैनिकों की जान चली गई। इस दर्दनाक घटना ने नाइजीरिया की सेना और नागरिकों को हिला दिया है। रविवार को मिली जानकारी के अनुसार, यह हमला आतंकवादियों के एक बदले की कार्रवाई थी, जिसमें उन्होंने सैनिकों को निशाना बनाया। एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि इस हमले में न केवल 27 सैनिक मारे गए, बल्कि कमांडर भी शहीद हो गए। इसके अलावा, कई सैनिक गंभीर रूप से घायल हुए हैं इनका इलाज जारी है।
अब तक का सबसे बड़ा आत्मघाती हमला
इस हमले को नाइजीरिया में हाल के वर्षों में सैनिकों पर हुआ सबसे घातक हमला माना जा रहा है। हमला उस समय हुआ जब सैनिक एक अभियान के बाद अपने कैंप में लौट रहे थे। जिहादी आतंकवादियों ने अपने आत्मघाती हमलावर को विस्फोटकों से लैस वाहन के साथ सैनिकों के पास भेजा, जिसके बाद धमाका हुआ।
बदले की भावना में हुआ हमला
सूत्रों का कहना है कि यह हमला पिछले हफ्ते नाइजीरियाई सैनिकों द्वारा आतंकवादियों के खिलाफ किए गए अभियान का बदला था। उस अभियान में 79 आतंकवादियों को मार गिराया गया था। आतंकियों ने इसी का प्रतिशोध लेते हुए यह आत्मघाती हमला किया।
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नाइजीरिया में बढ़ता आतंकवाद
नाइजीरिया का पूर्वोत्तर क्षेत्र जिहादी आतंकवाद का गढ़ बनता जा रहा है। यहां अक्सर आतंकी संगठन सेना और नागरिकों को निशाना बनाते हैं। यह क्षेत्र बोको हराम और इस्लामिक स्टेट वेस्ट अफ्रीका प्रोविंस (ISWAP) जैसे संगठनों की गतिविधियों के लिए कुख्यात है। इन संगठनों ने पिछले एक दशक में हजारों लोगों की जान ली है।
सैनिकों के परिवारों में शोक की लहर
इस हमले के बाद सैनिकों के परिवारों में शोक की लहर दौड़ गई है। 27 जवानों की शहादत ने पूरे नाइजीरिया को झकझोर दिया है। सैनिकों के परिजनों ने सरकार से आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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सुरक्षा बलों के सामने चुनौतियां
नाइजीरिया में बढ़ते आतंकी हमलों ने सुरक्षा बलों की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आतंकियों की नई रणनीतियों और आत्मघाती हमलों ने सुरक्षा बलों के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार को आतंकी संगठनों के खिलाफ बड़े स्तर पर कार्रवाई करनी होगी।
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क्या है बोको हराम और ISWAP की भूमिका
बोको हराम और इस्लामिक स्टेट वेस्ट अफ्रीका प्रांत (ISWAP) जैसे संगठन नाइजीरिया में अस्थिरता फैलाने के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं। ये संगठन अक्सर सेना, नागरिकों और सरकारी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाते हैं। हालिया हमले में भी इन्हीं संगठनों की भूमिका मानी जा रही है।
आतंकवाद से निपटने की जरूरत
नाइजीरिया में बार-बार हो रहे हमले यह दिखाते हैं कि देश को आतंकवाद के खिलाफ मजबूत रणनीति अपनानी होगी। सेना और सुरक्षा बलों को न केवल आतंकी हमलों से बचने के उपाय करने होंगे, बल्कि उनकी जड़ तक पहुंचकर उन्हें खत्म करना होगा।
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