भारत के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान की रातों की नींद उड़ चुकी है। पाकिस्तान के अधिकारी अब डर के मारे रात भर जाग रहे हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि भारत अब कड़े कदम उठा सकता है। पाकिस्तान ने इस डर को छुपाने के लिए संसद में एक प्रस्ताव पेश किया, जिसमें उसने भारत के आरोपों को खारिज किया और अपनी संप्रभुता की रक्षा करने का दावा किया। इस प्रस्ताव में पाकिस्तान ने आतंकवादियों से जुड़े आरोपों का झूठा विरोध किया और अपनी पुरानी आदतों को दोहराया।
पाकिस्तान ने क्यों किया झूठा दावा?
पाकिस्तान के डिप्टी प्रधानमंत्री इशाक डार ने संसद में एक प्रस्ताव पेश किया जिसमें पहलगाम हमले का कनेक्शन पाकिस्तान से जोड़ने को भारत का निराधार प्रयास बताया। पाकिस्तान का कहना था कि यह आरोप केवल भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे एक सुनियोजित अभियान का हिस्सा है। लेकिन यह प्रस्ताव पाकिस्तान की पुरानी आदतों को उजागर करता है, क्योंकि पाकिस्तान ने हमेशा आतंकवादियों को पनाह दी है और उन्हें बढ़ावा दिया है।
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द रेजिस्टेंस फ्रंट का नाम
पहलगाम हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली थी। लेकिन पाकिस्तान ने इस जिम्मेदारी को मानने से इनकार किया और भारत के आरोपों को झूठा करार दिया। इससे पाकिस्तान की स्थिति और भी कमजोर हो गई है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब इस बात को लेकर सतर्क है कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है।
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पाकिस्तान की गीदड़ भभकी
पाकिस्तान के डिप्टी पीएम इशाक डार ने संसद में प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि पाकिस्तान जल आतंकवाद या सैन्य उकसावे सहित किसी भी आक्रमण के खिलाफ अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के लिए पूरी तरह सक्षम और तैयार है। उन्होंने गीदड़भभकी देते हुए भारत को यह संदेश दिया कि अगर भारत ने कोई कार्रवाई की, तो पाकिस्तान उसका माकूल जवाब देगा।
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सिंधु जल संधि पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
इस प्रस्ताव में पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि को रद करने की भी निंदा की और इसे युद्ध की कार्रवाई के समान बताया। पाकिस्तान ने यह भी कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या पाकिस्तान के स्थापित मूल्यों के खिलाफ है और इसे किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। यह बयान पूरी तरह से पाकिस्तान के दोगले रवैये को दर्शाता है, क्योंकि वह खुद आतंकवादियों को पनाह देता है और फिर दूसरों पर दोष मढ़ता है।
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भारत का रुख
भारत ने पाकिस्तान के इस झूठे प्रस्ताव को पूरी तरह खारिज कर दिया है और अपनी संप्रभुता की रक्षा करने का संकल्प लिया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है कि वह आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने में पूरी तरह सक्षम है। भारत अब पाकिस्तान के आतंकवादियों और आतंकवादियों को पनाह देने वालों के खिलाफ और कड़े कदम उठाने की योजना बना रहा है।
पहलगाम में आतंकी हमला