देश में लोकसभा चुनाव 2024 ( lok sabha election 2024 ) के लिए मतदान हो रहे हैं। चुनाव प्रचार में जुटी राजनीतिक पार्टियां अपनी पार्टी की जीत को लेकर कई तरह के दावे कर रही हैं। सत्ताधारी एनडीए की भारतीय जनता पार्टी इस बार 400 सीट के साथ जीत का दावा करती आई है। अब उनकी इस जीत को फलोदी सट्टा बाजार ( phalodi satta market ) का भी साथ मिला है। प्रचलित फलोदी सट्टा बाजार ने लोकसभा चुनाव 2024 के पांच चरणों के बाद भाजपा की जीत की भविष्यवाणी की है। इस बाजार की भविष्यवाणियां अक्सर सही होती है। इसलिए देश और दुनिया के लोग इस पर नजर टिकाए बैठते हैं।
भाजपा कांग्रेस को कितनी सीटें ?
फलोदी सट्टा बाजार के हालिया दावे के अनुसार भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा चुनाव में 290-300 सीटें मिल सकती है। पिछली बार 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी के खाते में 303 सीट गई थी। एनडीए गठबंधन के लिए सट्टा बाजार ने 329 से 332 सीटों की भविष्यवाणी की है। 2019 में गठबंधन ने 352 सीटें जीती थी। इसके अलावा फलोदी सट्टा बाजार ने कांग्रेस के खाते में 60-63 सीटें जाने का दावा किया है। 2019 में पार्टी ने 52 सीटें जीती थी। फलोदी ने कांग्रेस की सीटों में बढ़ोतरी के आसार जताए हैं।
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यूपी में भाजपा को घाटा
फलोदी सट्टा मार्केट की भविष्यवाणी के हिसाब से भाजपा को उत्तर प्रदेश में 2019 की तुलना में थोड़ा फायदा हो सकता है। प्रदेश की 80 सीटों में से पार्टी के खाते में 63-65 सीटें जाने का अनुमान है। सट्टा बाजार ने देश के बाकी प्रदेशों में भी भाजपा के प्रदर्शन की भविष्यवाणी की है-
- गुजरात में 26 सीटें
- मध्य प्रदेश में 27-28 सीटें
- राजस्थान में 18-20 सीटें
- ओडिशा में 11-12 सीटें
- पंजाब में 2-3 सीटें
- तेलंगाना में 5-6 सीटें
- हिमाचल में 4 सीटें
- पश्चिम बंगाल में 20-22 सीटें
- छत्तीसगढ़ में 10-11 सीटें
- उत्तराखंड में 5 सीटें
- दिल्ली में 6-7 सीटें
- हरियाणा में 5-6 सीटें
- उत्तर प्रदेश 64-65 सीटें
- झारखंड में 10-11 सीटें
- तमिलनाडु में 3-4 सीटें
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फलोदी सट्टा बाजार क्या है ?
भारत का फलोदी सट्टा बाजार अपनी भविष्यवाणियों के लिए बहुत प्रचलित है। राजस्थान के जोधपुर डिवीजन में फलोदी जिले से यह बाजार ऑपरेट होता है। इसे सट्टेबाजों की नगरी भी कहते हैं। इस कस्बे के लोग छोटी-छोटी बातों पर सट्टा लगा लेते हं। यहां के लोग हार, जीत, बारिश, फसल जैसी कई बातों पर सट्टा खेलते हैं। ये लोग 'बेईमानी के धंधे में ईमानदारी जरूरी है' का नियम लेकर चलते हैं। अब यहां के लोग देश के अलावा विदेशों में भी फैल गए हैं और मोबाइल एप्लिकेशन और तकनीक के माध्यम से जुड़े रहकर सट्टा खेलते हैं। पुलिस और अन्य एजेंसियां इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर पाती है।
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