प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की काशी में जिलाधिकारी और कमिश्नर दोनों रह चुके आईएएस कौशल राज शर्मा को दिल्ली बुला लिया गया है। यूपी कैडर के 2006 बैच के आईएएस कौशल राज शर्मा को एजीएमयूटी कैडर (AGMUT Cadre) में प्रतिनियुक्ति (Deputation) पर बुलाया गया है।
इससे 14 दिन पहले ही उनका वाराणसी से तबादला करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें लखनऊ में अपना सचिव बनाया था। हालांकि, अब उन्हें दिल्ली में एक बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।
सूत्रों के मुताबिक, आईएएस कौशल राज शर्मा को पीएम मोदी का पसंदीदा अफसर माना जाता है। इसके साथ ही ये भी चर्चा है कि कौशल राज शर्मा को दिल्ली में मु्ख्यमंत्री सचिवालय में सेक्रेटरी बनाया जा सकता है।
काशी को सजाने-संवारने में निभाई अहम भूमिका
कौशल राज शर्मा, जिनका 2006 बैच है, यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के डीएम (District Magistrate) बनाए गए थे। इससे पहले उनका तबादला प्रयागराज में कमिश्नर के पद पर किया गया था, लेकिन जल्द ही तबादला आदेश संशोधित होते हुए उन्हें वाराणसी में ही कमिश्नर बना दिया गया। इस दौरान उन्होंने काशी को सजाने और संवारने में अहम भूमिका निभाई और कई केंद्र और राज्य सरकार की परियोजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया।
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पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना में अहम योगदान
कौशल राज शर्मा की कार्यकुशलता और योजना को देखने के बाद उनकी अगुआई में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) जैसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को भी पूरा किया गया। इस परियोजना में कुल 300 से ज्यादा परिवारों को अपना घर छोड़ने के लिए राजी करना एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन कौशल राज शर्मा के नेतृत्व में यह कार्य बिना किसी विवाद के पूरा हुआ। उनकी जिम्मेदारी के दौरान वाराणसी की विकास दर को लेकर कई सकारात्मक बदलाव आए, और शहर को एक नई पहचान मिली।
शांत स्वभाव लेकिन तेज-तर्रार अफसर के तौर पर पहचान
कौशल राज शर्मा का जन्म हरियाणा के भिवानी जिले में हुआ था। उन्होंने टेक्सटाइल इंजीनियरिंग से एमटेक और एमए पब्लिक पॉलिसी की पढ़ाई की है। सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बाद 2006 में वह आईएएस (IAS) बने। उनका स्वभाव शांत और काम के प्रति उनकी तत्परता उन्हें एक तेज-तर्रार अफसर के रूप में पहचान दिलाती है।
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2022 में मिला पीएम एक्सीलेंस अवार्ड
वाराणसी से पहले वह प्रयागराज और कानपुर जैसे बड़े जिलों में जिलाधिकारी के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा चुके हैं। उन्हें 2020 में फेम इंडिया मैग्जीन द्वारा देश के 50 सर्वश्रेष्ठ आईएएस अफसरों में स्थान दिया गया था। इसके अलावा, उन्हें 2022 में प्रधानमंत्री एक्सीलेंस अवार्ड भी मिला, जिसे खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया था।
तीन साल की प्रतिनियुक्ति पर बुलाए गए दिल्ली
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अब कौशल राज शर्मा को दिल्ली में एक नई जिम्मेदारी मिलने की संभावना जताई जा रही है। उनके दिल्ली में आने से कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक फैसलों में बदलाव हो सकते हैं। उनके पास तीन साल की प्रतिनियुक्ति अवधि होगी। इसे देखते हुए यह कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें एक महत्वपूर्ण मंत्रालय या संगठन में जिम्मेदारी दी जा सकती है।
सीएम सचिवालय | रेखा गुप्ता