ऑडी या मर्सिडीज, कौन सी कार में घूमते हैं प्रेमानंद महाराज, आइए जानते है संत से जुड़े ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब

मथुरा वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज को लेकर लोगों की जिज्ञासाएं बढ़ गई हैं। लोग उनका असली नाम और संपत्ति जानने के लिए गूगल पर सर्च कर रहे हैं। इस लेख में जानिए उनकी नेटवर्थ और संपत्ति से जुड़े सवालों के जवाब।

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Sanjay Dhiman
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Photograph: (the sootr)

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बीते कुछ दिनों से लगातार चर्चा के केंद्र में बने मथुरा वृंदावन के ख्याति प्राप्त संत प्रेमानंद महाराज को लेकर अब लोगों की जिज्ञासाएं बढ़ गई है। लोग उनके बारे में गुगल पर लगातार सर्च कर रहे है। कोई उनका असली नाम जानता चाहता है तो कोई उनकी संपत्ति के बारे में खोजबीन कर रहा है।

लगातार ट्रेंड कर रहे संत प्रेमानंद महाराज को लेकर हम प्रस्तुत कर रहे है, उनसे जुड़ी कई विशेष जानकारियां, विशेष रूप से उनकी नेटवर्थ, संपत्ति जैसे सवालों के जवाब। 

प्रेमानंद महाराज की नेटवर्थ क्या है?

प्रेमानंद महाराज को लेकर कई अटकलें हैं कि वे कितने अमीर हैं, क्योंकि वे सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहते हैं। उनके वीडियो में उन्हें कई बार पैदल चलते और कभी-कभी कार में भी देखा जाता है, जिससे उनकी संपत्ति के बारे में कई सवाल उठते हैं।

हालांकि, प्रेमानंद महाराज ने खुद अपनी संपत्ति पर स्पष्ट रूप से कहा है कि उनके पास कोई निजी संपत्ति नहीं है। उनका जीवन पूरी तरह से साधु जीवन है, जिसमें वे भौतिक संपत्ति से परे रहते हैं। उनके पास कोई बैंक खाता भी नहीं है और न ही उनके नाम पर कोई घर, जमीन या मकान है। उनका उद्देश्य सिर्फ आध्यात्मिक साधना करना और दूसरों को भी यही रास्ता दिखाना है।

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क्या प्रेमानंद महाराज के पास गाड़ी है?

प्रेमानंद महाराज को अक्सर ऑडी जैसी कारों में देखा जाता है, लेकिन यह उनकी निजी संपत्ति नहीं है। यह गाड़ी उनके सेवकों की होती है। जैसा कि उन्होंने खुद कहा है, वे भौतिक सुखों से परे रहते हैं और किसी भी भौतिक संपत्ति के मालिक नहीं हैं। उनका जीवन साधुता की ओर समर्पित है और उन्होंने कभी भी निजी संपत्ति जमा करने की कोशिश नहीं की।

क्या प्रेमानंद महाराज के पास मोबाइल फोन है?

प्रेमानंद महाराज का मोबाइल फोन के साथ कोई संबंध नहीं है। वे मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करते और न ही वे इसे चलाना जानते हैं। यह उनकी साधु जीवनशैली का हिस्सा है, जिसमें वे भौतिक वस्तुओं से दूर रहते हैं। उनका जीवन केवल आध्यात्मिक विकास और सेवा में समर्पित है।

प्रेमानंद महाराज का असली नाम क्या है?

आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज का असली नाम अनिरुद्ध कुमार पांडे है। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के सरसोल ब्लॉक के अखरी गांव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम शंभू पांडे और माता का नाम रामा देवी था।

बचपन में ही उनका रुझान आध्यात्मिकता की ओर बढ़ने लगा। उन्होंने पांचवीं कक्षा से ही गीता का पाठ करना शुरू किया, और 13 वर्ष की उम्र में ब्रह्मचारी बनने का निर्णय लिया। इसके बाद उन्होंने घर त्यागकर संन्यास लेने का मार्ग चुना और आध्यात्मिक जीवन की ओर बढ़े।  

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किडनी दान को लेकर चर्चा में है संत 

बीते कुछ दिनों से संत प्रेमानंद महाराज अपनी किडनी की बीमारी और देश के अलग-अलग क्षेत्रों से उन्हें किडनी दान करने के लिए सामने आने वाले लोगों के कारण चर्चाओं में है। 22 अगस्त को जहां मध्यप्रदेश के इटारसी निवासी आरिफ चिश्ती नामक मुस्लिम युवक ने उन्हें अपनी किडनी देने की पेशकश की थी, तो वहीं इसके बाद व्यवसायी राज कुंद्रा, नर्मदापुरम की मुस्लिम युवती शहनाज ने भी अपनी किडनी उन्हें दान करने की पेशकश की है। लेकिन इन सभी पेशकशों को संत प्रेमानंद ने अस्वीकार कर दिया है।

पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज से पीड़ित हैं संत

संत प्रेमानंद महाराज पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज नामक गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। इस बीमारी को ऑटोसोमल डोमिनेंट पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज भी कहा जाता है। यह किडनी की गंभीर बीमारियों में से एक है और इस बीमारी में मरीज की किडनियों में सिस्ट या गांठ बनने लगती है। इसकी वजह से किडनी का साइज भी बढ़ने लगता है।

आमतौर पर यह बीमारी 30 साल की उम्र के बाद शुरू होती है। इस बीमारी की वजह से किडनियां डैमेज होने लगती हैं और इसकी वजह से किडनी फेलियर की समस्या होती है। किडनी फेलियर के बाद मरीज को डायलिसिस पर रखा जाता है। प्रेमानंद महाराज भी किडनी फेलियर के बाद डायलिसिस पर रहते हैं। 

FAQ

प्रेमानंद महाराज की नेटवर्थ कितनी है?
प्रेमानंद महाराज की नेटवर्थ के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है, क्योंकि वे खुद को साधु जीवन जीने वाले व्यक्ति मानते हैं। उनके पास कोई निजी संपत्ति, बैंक खाता या गाड़ी नहीं है। वे केवल आध्यात्मिक कार्यों में ही व्यस्त रहते हैं और भौतिक संपत्ति से परे रहते हैं।
प्रेमानंद महाराज के पास कौन सा मोबाइल फोन है?
प्रेमानंद महाराज के पास कोई मोबाइल फोन नहीं है। वे मोबाइल का उपयोग नहीं करते और न ही वे इसे चलाना जानते हैं। उनका जीवन भौतिक सुखों से दूर और आध्यात्मिक साधना में समर्पित है।
प्रेमानंद महाराज का असली नाम क्या है?
प्रेमानंद महाराज का असली नाम अनिरुद्ध कुमार पांडे है। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के अखरी गांव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। वे 13 साल की उम्र में संन्यास की ओर बढ़े और अपने जीवन को साधुता की ओर मोड़ लिया।

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