RBI के गोल्ड वॉल्ट से खुला भारतीय खजाने का रहस्य, दिखीं सोने की ईंटें, जानें एक ईंट की कीमत

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पहली बार अपनी डॉक्यूमेंट्री में गोल्ड वॉल्ट को सामने लाया, जिसमें 870 टन सोना रखा है। यह भारत की विदेशी मुद्रा भंडार सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता का मुख्य आधार है। RBI ने जनता का विश्वास जीतने के लिए यह कदम उठाया।

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Jitendra Shrivastava
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Photograph: (THESOOTR)

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आरबीआई का गोल्ड वॉल्ट अब पहली बार दुनिया के सामने आया है। Jio Hotstar पर रिलीज हुई डॉक्यूमेंट्री 'RBI Unlocked: Beyond the Rupee' ने देश को दिखाया कि RBI के पास कितना सोना है और वह कहां छिपा हुआ है। भारतीय रिजर्व बैंक का यह गोल्ड वॉल्ट कोई साधारण तिजोरी नहीं है, बल्कि एक ऐसा भंडार है जहां 12.5 किलोग्राम वजनी सोने की ईंटें सजी हुई हैं। हर ईंट की कीमत करोड़ों में है।

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RBI क्यों दिखा रहा है अपना खजाना?

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इतिहास में पहली बार RBI ने अपना गोपनीय खजाना दुनिया के सामने रखा है। इसके पीछे तीन मुख्य उद्देश्य हैं-

  1. जनता का विश्वास जीतना

  2. भारतीय वित्तीय प्रणाली में पारदर्शिता लाना

  3. देश की आर्थिक ताकत को दुनिया को दिखाना

भारत विश्व की टॉप 3 इकोनॉमीज की ओर बढ़ रहा है, और इस प्रक्रिया में RBI जैसी संस्थाओं का आत्मविश्वास बढ़ रहा है।

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RBI के पास कितना सोना है?

RBI के पास वर्तमान में 870 टन सोने का भंडार है, जिसकी कीमत लगभग 7 लाख करोड़ रुपए (85 बिलियन डॉलर) से अधिक है। हर सोने की ईंट 12.5 किलोग्राम वजनी होती है और उसकी कीमत 7 करोड़ से 8 करोड़ रुपए तक हो सकती है। यह संपत्ति केवल दिखावे के लिए नहीं है, बल्कि भारत की विदेशी मुद्रा भंडार सुरक्षा, आर्थिक स्थिरता और निवेशकों के आत्मविश्वास का मुख्य आधार है।

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1991 का संकट और RBI का कदम

बहुत कम लोग जानते हैं कि भारत के इस खजाने की शुरुआत एक संकट से हुई थी। 1991 में भारत पर आर्थिक संकट इस कदर हावी था कि सरकार को 67 टन सोना विदेश में गिरवी रखना पड़ा था। यह संकट भारत के विदेशी मुद्रा भंडार की कमी के कारण हुआ था। इस संकट से RBI ने सबक लिया और सोने के भंडार को बढ़ाना शुरू किया। यही आज का खजाना है।

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भारत के खजाने की सुरक्षा: RBI के गोल्ड वॉल्ट

RBI का गोल्ड वॉल्ट देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित है। इनमें से प्रमुख स्थानों पर न केवल सोने का भंडारण किया जाता है, बल्कि यहां भारत की मुद्रा छपाई और सिक्योरिटी पेपर प्रोडक्शन भी होता है। प्रमुख स्थानों में शामिल हैं-

  • नासिक (महाराष्ट्र)
  • सालबोनी (पश्चिम बंगाल)
  • मैसूर (कर्नाटक)
  • देवास (मध्य प्रदेश)

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नकली नोटों से लड़ाई: RBI का कदम

2010 में RBI को जानकारी मिली कि देश में चल रहे नकली नोटों में अंतरराष्ट्रीय स्तर के सिक्योरिटी फीचर्स थे। तब RBI ने तुरंत देश में ही नोट प्रिंटिंग की सुविधाएं स्थापित कीं। आज भारत के सभी नोट पूरी तरह स्वदेशी हैं और उनमें 50 से अधिक सिक्योरिटी फीचर्स होते हैं, जिनमें से कई आंखों से दिखाई नहीं देते।

RBI का पारदर्शिता का कदम

 

डॉक्यूमेंट्री 'RBI Unlocked' में पहली बार यह दिखाया गया कि RBI कैसे देश की आर्थिक नीतियों को निर्धारित करता है, ब्याज दरों का निर्धारण करता है, और बैंकों की निगरानी करता है। यह एक नई पारदर्शिता की शुरुआत है, जिससे भारतीय वित्तीय प्रणाली में विश्वास और आत्मविश्वास बढ़ेगा।

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