ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत को तीन मुख्य दुश्मनों का सामना करना पड़ा। पाकिस्तान सीमा पर था। चीन ने पाकिस्तान को हथियारों की आपूर्ति की और भारतीय सेना की रणनीतिक जानकारी दी। तुर्किए ने ड्रोन और अन्य हथियारों की सप्लाई की, जिन्हें भारत के खिलाफ इस्तेमाल किया गया।
भारतीय सेना को मिले महत्वपूर्ण सबक
ऑपरेशन सिंदूर ने भारतीय सेना को यह सिखाया कि हमें आधुनिक युद्ध की कठिनाइयों का सामना करने के लिए मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम की आवश्यकता है। इस ऑपरेशन ने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में हमें और अधिक ताकतवर सैन्य तकनीकों की ओर ध्यान देना होगा, खासकर काउंटर-रॉकेट और आर्टिलरी ड्रोन जैसी प्रणालियां।
ये खबर भी पढ़ें...
हाईकोर्ट ने 7 अगस्त तक बढ़ाई आसाराम की जमानत, कहा- आखिरी बार, अब जाना होगा जेल
एयर डिफेंस सिस्टम की आवश्यकता
लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने यह बताया कि भारतीय सेना को इज़राइल जैसे देशों के एयर डिफेंस सिस्टम की आवश्यकता हो सकती है, जैसे आयरन डोम। हालांकि, हमारे देश की विशालता को ध्यान में रखते हुए ऐसे सिस्टम्स पर भारी खर्च हो सकता है। इसलिए, हमें अपनी सैन्य तैयारियों को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
ये खबर भी पढ़ें...
यूनिवर्सिटी लॉ एंट्रेंस टेस्ट: राजस्थान विश्वविद्यालय में ULET 2025 पेपर में फिर गड़बड़ी, पूरा पेज हो गया रिपीट
ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति और लक्ष्य
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने डेटा-आधारित रणनीति अपनाई। कुल 21 लक्ष्य पहचाने गए थे, जिनमें से 9 को निशाना बनाना समझदारी माना गया। इस तरह की सूझबूझ ने यह सिद्ध कर दिया कि भविष्य में युद्ध में ज्यादा सही और तेज निर्णय लेने की आवश्यकता होगी।
ये खबर भी पढ़ें...
प्यार में हो रही Jealousy तो कैसे करें मैनेज ? जानें Relationship Management के यें टिप्स
पहलगाम हमले का जवाब ऑपरेशन सिंदूर
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हुई थी, जिसमें 26 पर्यटकों की हत्या कर दी गई थी। इसके जवाब में, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। इसके परिणामस्वरूप 100 आतंकवादी मारे गए थे, और दोनों देशों के बीच 10 मई को सीजफायर पर सहमति बनी।
ये खबर भी पढ़ें...
सड़क पर निर्माण सामग्री रखने वालों पर नकेल, 2,000 जुर्माना, ई-चालान से कार्रवाई
लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह के तीन प्रमुख बिंदु...
- कठिनाइयां और नुकसान: पिछले युद्धों के मुकाबले इस बार सहनशीलता की कोई गुंजाइश नहीं थी।
- डेटा आधारित लक्ष्य चयन: 21 लक्ष्यों में से 9 लक्ष्यों को निशाना बनाने का निर्णय लिया गया।
- एयर डिफेंस की जरूरत: भविष्य में भारत को बेहतर एयर डिफेंस सिस्टम की आवश्यकता है, जैसे कि इजराइल का आयरन डोम।
thesootr links
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧