बेटियों के अपमान से परेशान रिटायर्ड सैनिक ने मंदिर को दी 4 करोड़ की संपत्ति

सेना से रिटायर के एस. विजयन ने अपनी 4 करोड़ रुपए की संपत्ति मंदिर को दान कर दी। यह कदम उन्होंने अपनी बेटियों द्वारा किए गए अपमान से आहत होकर उठाया। अब उनकी बेटियां संपत्ति वापस लेने के लिए संघर्ष कर रही हैं।

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Sandeep Kumar
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देश दुनिया न्यूज: रिटायर्ड सैनिक एस. विजयन, ने अपनी 4 करोड़ रुपए की संपत्ति अरुलमिगु रेनुगम्बाल अम्मन मंदिर को दान कर दी। दान की गई संपत्तियों में 10 सेंट जमीन और एक एक मंजिला मकान शामिल हैं। दरअसल ये पूरी घटना तमिलनाडु के तिरुवन्नामलै जिले की है।  

क्या है पूरा मामला ?

विजयन अरनी के केसवपुरम गांव के निवासी हैं और रेनुगम्बाल अम्मन मंदिर के भक्त हैं। मंदिर प्रशासन के अनुसार, वे पिछले 10 वर्षों से अकेले रह रहे थे। उनकी पत्नी से मतभेद थे। हाल ही में, उनकी बेटियां संपत्ति सौंपने के लिए उन पर दबाव डाल रही थीं। इसके साथ ही, वे उन्हें रोजमर्रा की जरूरतों को लेकर अपमानित कर रही थीं। इस अपमान के बाद, विजयन ने संपत्ति दान करने का निर्णय लिया।

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संपत्ति का दान और कानूनी पहलू

24 जून को अरुलमिगु रेनुगम्बाल अम्मन मंदिर की दान पेटी खोली गई। इसमें सिक्कों और नोटों के साथ दो संपत्ति दस्तावेज पाए गए। एक संपत्ति की कीमत 3 करोड़ रुपए थी, जबकि दूसरी की कीमत 1 करोड़ रुपए थी। विजयन ने एक पत्र छोड़ा, जिसमें उन्होंने संपत्ति मंदिर को समर्पित करने की बात लिखी।

 मंदिर के अधिकारियों के अनुसार, दस्तावेजों का दान कानूनी रूप से संपत्ति का हस्तांतरण नहीं माना जा सकता। जब तक विजयन रजिस्ट्रेशन विभाग के साथ पंजीकरण नहीं कराते, मंदिर को कानूनी अधिकार नहीं मिलेगा।

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विजयन की बेटियों का विरोध

अब जब यह मामला सार्वजनिक हो गया है, विजयन की बेटियां संपत्ति वापस पाने के लिए संघर्ष कर रही हैं। हालांकि, विजयन ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वह अपने फैसले से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि वह मंदिर से बात करके कानूनी प्रक्रिया पूरी करेंगे।

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क्या संपत्ति मंदिर को मिल पाएगी?

मंदिर के कार्यकारी अधिकारी एम. सिलंबरासन ने कहा कि दस्तावेजों का दान संपत्ति का हस्तांतरण नहीं है। उन्होंने बताया कि संपत्ति के भविष्य पर कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया गया है। वरिष्ठ अधिकारी इस पर विचार करेंगे कि कैसे आगे बढ़ा जाए।

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