मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से बंद कमरे में 18 मिनट बात, अटकलें हुईं तेज
कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर एयरपोर्ट पर शिवराज सिंह चौहान का आत्मीय स्वागत किया। इसके बाद दोनों ने 18 मिनट बंद कमरे में अहम चर्चा की। इस मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों में अटकलें तेज कर दी हैं।
INDORE. मेरे हाथ ठाकुर की तरह बंधे हुए हैं। शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री रहते हुए उनकी सरकार में बतौर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का यह डायलॉग आज भी राजनीतिक गलियारों में गूंजता रहता है। दोनों साथ में एबीवीपी, फिर युवा मोर्चा में रहे लेकिन राजनीतिक तौर पर दोनों के बीच में कभी पटती हुई नहीं दिखी। अब चौहान केंद्र में कृषि मंत्री और विजयवर्गीय फिर से मप्र में नगरीय प्रशासन मंत्री। गुरुवार को दोनों के बीच जो कुछ हुआ वह फिर से राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बन गया।
मंत्री पहुंचे एयरपोर्ट किया चौहान का स्वागत
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, पत्नी साधना सिंह के साथ गुरुवार को इंदौर पहुंचे, वह यहां सोयाबीन अनुसंधान केंद्र के कार्यक्रम के लिए आए थे। मंत्री विजयवर्गीय अचानक एयरपोर्ट पर ही उनके स्वागत के लिए पहुंच गए और चौहान को गुलदस्ता भेंट किया और गले लगे। इसके बाद साधना सिंह चौहान को भी गुलदस्ता भेंट किया। बात यहीं नहीं रूकी। दोनों को घर पर भी भोजन के लिए आमंत्रित किया।
वहीं इसके बाद सोशल मीडिया पर यह गुलदस्ता भेंट करते हुए और मिलते हुए तीन फोटो डालते हुए लिखा कि- इंदौर विमानतल पर आज केंद्रीय कृषि व ग्रामीण विकास मंत्री तथा मेरे मित्र श्री शिवराज सिंह चौहानजी का आत्मीय स्वागत किया। इस अवसर पर उनसे महत्वपूर्ण विषय पर सार्थक चर्चा हुई।
इसके बाद 18 मिनट बंद कमरे में बात
एयरपोर्ट से सभी कार्यक्रम स्थल सोयाबीन अनुसंधान केंद्र गए। यहां पर सांसद शंकर लालवानी, विधायक मनोज पटेल, विधायक मधु वर्मा सहित अन्य नेता भी थे। लेकिन चौहान और विजयवर्गीय एक कमरे में गए। यहां दोपहर 3 बजकर 13 मिनट से करीब 3.30 बजे तक बंद कमरे में मुलाकात हुई।
इस दौरान कोई भी अंदर नहीं गया। इसी दौरान केंद्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर भी पहुंची लेकिन सिक्योरिटी गार्ड वालों ने उन्हें तक रोक लिया और अंदर जाने नहीं दिया। करीब दस मिनट तक मंत्री ठाकुर भी वहीं खड़ी रही।
इस चर्चा के बाद लोगों के मन में आशा भोंसले का गाना 'दुनियावाले पूछेंगे मुलाकात हुई, क्या बात हुई' की धुन बजने लगी है। अब फिर चर्चा चल पड़ी है कि ऐसी क्या खास राजनीतिक बात थी जो चौहान और विजयवर्गीय के बीच 18 मिनट तक बंद कमरे में चली।
इसमें किसी नेता को तो छोड़िए केंद्रीय मंत्री ठाकुर तक को भी प्रवेश नहीं मिला। इसका राज तो खैर बाद में सामने आएगा, लेकिन सत्ता और संगठन दोनों के माथे पर इस मुलाकात से बल तो आ ही गया होगा।