दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने आज अपने नए कार्यालय 'केशवकुंज' का उद्घाटन करेंगे। यह कार्यालय दिल्ली के पुराने पते पर वापस शिफ्ट किया गया है, जहां आरएसएस के वरिष्ठ नेता गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पहुंचे। इस उद्घाटन के साथ आरएसएस अपने नये कार्यालय में काम शुरू करेगा, जिसमें प्रमुख मोहन भागवत और महासचिव दत्तात्रेय होसबोले कार्य करेंगे।
ये खबर भी पढ़िए...छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती पर जानें उनकी वीरता की गाथा और संघर्ष
नई इमारत की डिजाइन और निर्माण
नई इमारत को गुजरात के वास्तुकार अनूप दवे ने डिजाइन किया है, और यह पुरानी दो मंजिला इमारत से काफी भिन्न है। इस इमारत में पारंपरिक वास्तुकला का आधुनिक तकनीक के साथ खूबसुरत संयोजन किया गया है, जिससे इमारत हवादार और सूर्य की रोशनी से भरपूर है। यह तीन टावरों में बंटी हुई है, जिनका नाम साधना, प्रेरणा और अर्चना रखा गया है।
ये खबर भी पढ़िए...संघ दफ्तर में BJP नगराध्यक्ष अध्यक्ष, व्यापारी प्रकोष्ठ खंडेलवाल का इल्वा व्यापारियों पर दबाव
निर्माण में 150 करोड़ रुपए का खर्च
आरएसएस के नए भवन 'केशवकुंज' की निर्माण लागत लगभग 150 करोड़ रुपए बताई जा रही है, जिसे 75 हजार से ज्यादा लोगों के योगदान से जुटाया गया है। यह परियोजना आठ साल से अधिक समय से चल रही थी और कोविड-19 महामारी के कारण इसमें काफी देरी हुई। हालांकि, अब यह भव्य इमारत तैयार हो चुकी है और इसका उद्घाटन किया गया है।
ये खबर भी पढ़िए...संघ प्रमुख मोहन भागवत से लोग पूछते थे रोजगार की जगह राम मंदिर क्यों जरूरी, ये दिया जवाब
नए परिसर में उपलब्ध सुविधाएं
नई इमारत में एक विशाल सभागार भी है, जिसका नाम राम मंदिर आंदोलन से जुड़े विश्व हिंदू परिषद के नेता अशोक सिंघल के नाम पर रखा गया है। इसके अलावा, परिसर में एक पुस्तकालय, स्वास्थ्य क्लिनिक, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और सौर ऊर्जा से चलने वाली सुविधाएं भी हैं। इस भवन में आरएसएस से जुड़ी साप्ताहिक पत्रिकाओं 'पंचजन्य' और 'ऑर्गनाइजर' के कार्यालयों के साथ-साथ सुरुछि प्रकाशन का कार्यालय भी होगा।
ये खबर भी पढ़िए...मोहन भागवत बोले - सबको सम्मान और सुरक्षित बनाना ही हमारा काम
स्थानीय प्रशासन-नागरिकों की प्रतिक्रिया
नई इमारत के उद्घाटन के मौके पर उपस्थित नेताओं और कार्यकर्ताओं ने आरएसएस की बढ़ती ताकत और देश के लिए उसकी भूमिका पर जोर दिया। इससे पहले, आरएसएस ने अपने कार्यों और योजनाओं के विस्तार के लिए इस भव्य इमारत के निर्माण की घोषणा की थी, जिसका उद्घाटन आज किया गया।
संघ के लिए एक नया अध्याय
केशवकुंज का उद्घाटन आरएसएस के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत है, जहां संगठन की और भी मजबूती का प्रतीक बनता है। इस भवन के निर्माण से संघ के कार्यों को और अधिक व्यवस्थित और प्रभावी रूप से चलाने में मदद मिलेगी, जिससे संगठन के व्यापक दायरे को और भी विस्तार मिलेगा।
आरएसएस की आगामी योजनाएं
आरएसएस 21 से 23 मार्च तक बेंगलुरू में अपनी वार्षिक 'अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा' का आयोजन करेगा, जो संगठन का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय है। इस कार्यक्रम में प्रमुख नेता और प्रतिनिधि शामिल होंगे और संगठन की दिशा व कार्यों पर चर्चा करेंगे।