रुपए की ऐतिहासिक गिरावट, डॉलर के मुकाबले 87 के पार

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) द्वारा टैरिफ बढ़ाने के बाद भारतीय रुपया (Indian Rupee) पहली बार डॉलर (Dollar) के मुकाबले 87 रुपए के पार पहुंच गया। पढ़ें पूरी खबर इस लेख में...

Advertisment
author-image
Siddhi Tamrakar
एडिट
New Update
dollar vs rupee
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

भारतीय रुपया (Indian Rupee) सोमवार को अमेरिकी डॉलर (US Dollar) के मुकाबले 87 रुपए के पार चला गया। यह पहली बार है जब रुपया इस स्तर तक गिरा है। रुपए की इस गिरावट का मुख्य कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) द्वारा कनाडा (Canada), मैक्सिको (Mexico) और चीन (China) पर टैरिफ (Tariffs) बढ़ाना है। इस फैसले से एशियाई मुद्राओं (Asian Currencies) और शेयर बाजारों (Stock Markets) में भी गिरावट देखी गई। 

खबर यह भी- Budget 2024 : सालाना 10 लाख इनकम पर नहीं लगेगा एक भी रुपया, जानिए न्‍यू टैक्‍स रिजीम से अब कितनी होगी बचत

अब तक 4 फीसदी हुआ कमजोर

रुपया 87.1450 प्रति डॉलर के नए निचले स्तर पर पहुंचा, जो पिछले बंद से 0.6% की गिरावट दर्शाता है। अक्टूबर की शुरुआत से अब तक रुपया लगभग 4% कमजोर हो चुका है। विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिकी टैरिफ (US Tariffs) के कारण रुपए पर दबाव बना रहेगा। 

खबर यह भी- अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया टूटकर 283.750 रुपए तक पहुंचा, पीएम शहबाज शरीफ की मुसीबत और बढ़ी

व्यापार युद्ध की आशंका 

ट्रंप के टैरिफ बढ़ाने के फैसले से व्यापार युद्ध (Trade War) की आशंका बढ़ गई है। कनाडा और मैक्सिको ने भी जवाबी कदम उठाने की घोषणा की है। मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) के अनुसार, "हमारी सबसे बुरी आशंकाओं के सच होने का जोखिम बढ़ गया है।" एशियाई देशों की उच्च व्यापार निर्भरता के कारण वे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। 

रुपए की इस गिरावट का असर भारतीय आईटी कंपनियों (Indian IT Companies) पर भी पड़ सकता है, क्योंकि उन्हें अपने राजस्व का बड़ा हिस्सा डॉलर में मिलता है। रुपए की कमजोरी से इन कंपनियों को लाभ हो सकता है। 

रुपए की गिरावट के साथ ही भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) में भी कमजोरी देखी गई। सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) दोनों में गिरावट दर्ज की गई। विशेषज्ञों का मानना है कि विदेशी निवेशक (Foreign Investors) भारतीय बाजार से धन निकाल सकते हैं, जिससे बाजार पर और दबाव बढ़ सकता है। 

खबर यह भी- DELHI: अब तक के सबसे निचले स्तर पहुंचा रुपया, 1 डॉलर के 80 रु. देने होंगे, जानें आपकी जिंदगी पर कैसे पड़ेगा असर

खबर यह भी- डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड सस्ता हुआ रुपया, महंगाई बढ़ने की बढ़ी आशंका

FAQ

1. रुपए में गिरावट का मुख्य कारण क्या है?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) द्वारा कनाडा, मैक्सिको और चीन पर टैरिफ बढ़ाने के फैसले से डॉलर मजबूत हुआ है, जिससे रुपया कमजोर हुआ है।
2. रुपए की गिरावट का भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
रुपए की कमजोरी से आयात महंगा होगा, जिससे महंगाई बढ़ सकती है। हालांकि, आईटी और निर्यातक कंपनियों को लाभ हो सकता है।
क्या अन्य एशियाई मुद्राओं पर भी इसका असर पड़ा है?
हां, अमेरिकी टैरिफ बढ़ने से अन्य एशियाई मुद्राओं, जैसे कोरियाई वोन (Korean Won), मलयेशियाई रिंगिट (Malaysian Ringgit), इंडोनेशियाई रुपिया (Indonesian Rupiah) और थाई बाहट (Thai Baht) में भी गिरावट देखी गई है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) रुपए की गिरावट को कैसे संभाल रहा है?
रिपोर्ट्स के अनुसार, RBI ने रुपए को स्थिर करने के लिए विदेशी मुद्रा भंडार से डॉलर की बिक्री की है, लेकिन इसके बावजूद रुपया कमजोर हो रहा है।
रुपए की गिरावट से आम जनता पर क्या असर होगा?
रुपए की कमजोरी से पेट्रोल, डीजल और अन्य आयातित वस्तुओं की कीमतें बढ़ सकती हैं, जिससे आम जनता की जेब पर असर पड़ेगा।

thesootr links

द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

RBI शेयर बाजार डोनाल्ड ट्रंप इंटरनेशनल न्यूज भारतीय अर्थव्यवस्था हिंदी न्यूज latest news Rupee Decline Rupee vs Dollar US Tariffs