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भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को एक फरवरी 2025 को भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के वार्षिक समारोह में प्रतिष्ठित 'लाइफटाइम अचीवमेंट' पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार उन्हें वर्ष 2024 के लिए दिया जाएगा। 51 वर्षीय तेंदुलकर ने अपने करियर में कुल 664 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और वे क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा टेस्ट और वनडे रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं।
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सचिन तेंदुलकर का ऐतिहासिक करियर
सचिन तेंदुलकर का क्रिकेट करियर रिकॉर्ड्स से भरा हुआ है। उन्होंने 200 टेस्ट और 463 एकदिवसीय मैच खेले, जो किसी भी खिलाड़ी द्वारा खेली गई सबसे अधिक संख्या है। तेंदुलकर ने वनडे में 18,426 रन और टेस्ट क्रिकेट में 15,921 रन बनाए हैं। उनके नाम टेस्ट और वनडे मिलाकर 100 शतक लगाने का विश्व रिकॉर्ड भी है। इस तरह से तेंदुलकर ने क्रिकेट के विभिन्न प्रारूपों में अपनी छाप छोड़ी है।
एकमात्र टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच
सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर में केवल एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला है, लेकिन इसके बावजूद उनका प्रभाव क्रिकेट के हर प्रारूप पर था। उनकी बल्लेबाजी शैली और तकनीक को क्रिकेट प्रेमी आज भी याद करते हैं। तेंदुलकर ने 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ 16 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और अगले दो दशकों तक दुनिया भर के गेंदबाजों के लिए चुनौती बने रहे।
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हर परिस्थिति में तेंदुलकर ने बनाए रन
सचिन तेंदुलकर को हर परिस्थिति में सहजता से रन बनाने के लिए जाना जाता था। उनकी तकनीक, ध्यान और धैर्य के कारण वह किसी भी गेंदबाजी हमले का सामना आसानी से कर सकते थे। उन्होंने न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा और विश्व क्रिकेट में अपनी विशेष पहचान बनाई।
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बीसीसीआई का लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार
सचिन तेंदुलकर को 'लाइफटाइम अचीवमेंट' पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा, जो बीसीसीआई द्वारा 1994 में भारतीय क्रिकेट के पहले कप्तान कर्नल सीके नायडू के सम्मान में शुरू किया गया था। सीके नायडू ने 1916 से 1963 के बीच 47 वर्षों तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला था, जो एक विश्व रिकॉर्ड है। नायडू ने खेल को अपने योगदान से गौरवान्वित किया और प्रशासक के रूप में भी खेल की सेवा की।
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ये अवार्ड पाने वाले तेंदुलकर 31वें
इस पुरस्कार को लेने सचिन तेंदुलकर 31वें व्यक्ति होंगे। इससे पहले बीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेट के दिग्गजों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया है, इनमें रवि शास्त्री और फारुख इंजीनियर जैसे नाम शामिल हैं। तेंदुलकर का यह पुरस्कार न केवल उनके शानदार क्रिकेट करियर का सम्मान है, बल्कि भारत के क्रिकेट इतिहास में उनकी अविस्मरणीय भूमिका की भी गवाही है।
तेंदुलकर का वैश्विक प्रभाव
सचिन तेंदुलकर का प्रभाव सिर्फ भारतीय क्रिकेट तक ही सीमित नहीं था। दुनिया भर के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर यह स्वीकार करते हैं कि भारतीय बल्लेबाजों में सबसे अधिक चुनौती तेंदुलकर के खिलाफ होती थी। उनके खेल को लेकर पूर्व गेंदबाजों की टिप्पणियां और प्रशंसा उनके असाधारण कौशल और क्रिकेट की प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
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