अभिनेत्री शेफाली जरीवाला की मौत ने एक बार फिर दिल के दौरे (हार्ट अटैक) को लेकर गंभीर चिंता को जन्म दिया है। इस घटना के बाद से साइलेंट अटैक (माइल्ड अटैक) पर चर्चा तेज हो गई है, और हृदय रोग विशेषज्ञ इस मुद्दे पर और अधिक जागरूकता बढ़ाने की बात कर रहे हैं। यह समस्या अब केवल वृद्धों तक सीमित नहीं रही, बल्कि जिम में व्यायाम करने वाले, डांस करने वाले और आम जीवन में सक्रिय रहने वाले युवा भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। साइलेंट अटैक के लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है, ताकि समय रहते उपचार किया जा सके।
कौन से लक्षण संकेत देते हैं?
- सीने में अचानक दर्द
- सांस लेने में कठिनाई
- बाएं हाथ और जबड़े में दर्द
- पीठ और कमर में असहजता
- मतली और उल्टी का एहसास
खबर यह भी: कथावाचक ने भक्तों से कहा- एक दिन सभी को जाना है, इसी दिन सोते समय आया साइलेंट अटक
चक्कर आना और थकान का महसूस होना
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. आरएस शर्मा बताते हैं कि अगर ये लक्षण दिखें, तो उसे नजरअंदाज न करें। तत्काल बीपी, ईसीजी, कोलेस्ट्रॉल, शुगर और थायराइड जैसी जांच कराना अत्यंत आवश्यक है। यदि परिवार में हृदय रोग का इतिहास है तो सतर्कता और भी जरूरी हो जाती है।
खबर यह भी: भोपाल में हार्ट अटैक से एक युवक की मौत, नहीं थम रहे साइलेंट अटैक के मामले
डायबिटीज और उच्च रक्तचाप (हाई बीपी) का कनेक्शन
विशेषज्ञों के अनुसार, डायबिटीज और हाई बीपी के बीच गहरा संबंध है। शुगर का स्तर बढ़ने से रक्त वाहिकाओं में रुकावट आ सकती है, जिससे बीपी बढ़ने का खतरा होता है। इसके अलावा, शुगर शरीर में रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, जिससे रक्तचाप बढ़ सकता है।
खबर यह भी: उज्जैन में तलवार घुमाते हुए महाकाल मंदिर के पुजारी के बेटे को हुई घबराहट, साइलेंट अटैक से मौत की आशंका, शोरगुल से आया अटैक
हार्ट अटैक के प्रमुख कारण
- हृदय रोग जैसे उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन), उच्च कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह
- परिवार में हृदय रोग का इतिहास
- धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन
- मानसिक तनाव और शारीरिक सक्रियता की कमी
खबर यह भी: Heart Attack: दोस्तों के साथ बात करते-करते अचानक थम गईं युवक की सांसें
रोकथाम के उपाय:
- नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं और हृदय रोग के जोखिम को कम करने के लिए जीवनशैली में सुधार करें
- स्वस्थ आहार लें और शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा दें
- धूम्रपान और अत्यधिक शराब से बचें