NEW DELHI. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसदों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर कांग्रेस की राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी के दिए गए बयान पर कड़ी नाराजगी जताई है। अपमानजनक टिप्पणी को लेकर बीजेपी ने सांसद सोनिया गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। और उन पर राष्ट्रपति पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया। साथ ही बयान को अपमानजनक बताया।
विशेषाधिकार हनन का नोटिस
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी को लेकर बीजेपी के सांसदों ने उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ से मुलाकात कर कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया। बीजेपी ने सोनिया गांधी के बयान को "राष्ट्रपति के सर्वोच्च संवैधानिक प्राधिकार के कद और गरिमा को नीचा दिखाने वाला" करार दिया। पार्टी ने यह भी कहा कि इस तरह की टिप्पणी संसदीय नैतिकता और परंपराओं का उल्लंघन करती है। साथ ही राष्ट्रपति भवन ने भी बयान जारी कर सोनिया गांधी की टिप्पणी को अस्वीकार्य बताया है।
ये खबर भी पढ़ें...
राष्ट्रपति मुर्मू पर सोनिया गांधी की टिप्पणी, Poor thing… कहने से बवाल
क्या कहा था सांसद सोनिया गांधी ने...
दरअसल, 31 जनवरी को संसद के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन के बाद कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति पर टिप्पणी की थी। सोनिया गांधी ने अभिभाषण पर द्रौपदी मुर्मू के लिए 'बेचारी' शब्द इस्तेमाल किया था। उन्होंने कहा था कि राष्ट्रपति अपने संबोधन के अंत तक थक चुकी थीं और उन्हें मुश्किल से बोलने में परेशानी हो रही थी। सोनिया गांधी के इस बयान से विवाद छिड़ गया था। इतना ही नहीं लोकसभा में विपक्ष के नेता और सांसन कांग्रेस राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के भाषण को बोरिंग बताया था।
ये खबर भी पढ़ें...
लोकसभा में अमेरिका पर चर्चा: राहुल गांधी ऐसा क्या बोल गए कि मांगनी पड़ी माफी
सोनिया गांधी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग
बीजेपी सांसदों ने सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का हवाला देते हुए सोनिया गांधी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की। उनका कहना था कि इस तरह के बयान संसदीय नियमों और लोकतांत्रिक संस्थाओं के शिष्टाचार का उल्लंघन करते हैं, और ऐसे बयान केवल एक सांसद द्वारा नहीं बल्कि हर एक नागरिक द्वारा अस्वीकार्य हैं। सांसदों ने कहा कि किसी भी सदस्य को दूसरे के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
ये खबर भी पढ़ें...
थिएटर्स के बाद संसद में दिखाई जाएगी 'रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम' की स्क्रीनिंग
आदिवासी विरोधी मानसिकता का आरोप
बीजेपी ने सोनिया गांधी पर आदिवासी विरोधी मानसिकता का आरोप भी लगाया। बीजेपी ने कहा कि सोनिया गांधी के बयान से यह स्पष्ट होता है कि वह आदिवासी समाज के संघर्ष और संवेदनशीलता को पूरी तरह से समझने में नाकाम रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के द्वारका में एक रैली में इस मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सोनिया गांधी का बयान न केवल द्रौपदी मुर्मू का अपमान है, बल्कि यह पूरे आदिवासी समाज के प्रति अपमानजनक है।
ये खबर भी पढ़ें...
राहुल गांधी ने महू में अडानी-अंबानी और मोदी सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, बोले- जिस दिन...