सुप्रीम कोर्ट में दो नए जज की सिफारिश, Collegium ने भेजा प्रस्ताव

सुप्रीम कोर्ट Collegium ने बॉम्बे हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अलोक अराधे और पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस विपुल मनुभाई पंचोली को सुप्रीम कोर्ट में जज बनाने की सिफारिश की है। अगर केंद्र सरकार इसे मंजूरी देती है, तो सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 34 हो जाएगी।

author-image
Neel Tiwari
New Update
supreme-court-collegium-judges

Photograph: (THESOOTR)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

सुप्रीम कोर्ट Collegium ने सोमवार को एक अहम फैसला सुनाया। बॉम्बे हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अलोक अराधे और पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस विपुल मनुभाई पंचोली को सुप्रीम कोर्ट में जज बनाए जाने की सिफारिश की है। अगर केंद्र सरकार इसे मंजूरी देती है तो सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 34 हो जाएगी, जो फिलहाल 32 है।

supreme-court-collegium-judges (2)

जस्टिस अलोक अराधे का लंबा विधिक अनुभव

जस्टिस अराधे का जन्म 13 अप्रैल 1964 को रायपुर में हुआ। उन्होंने विज्ञान और कानून की पढ़ाई करने के बाद 1988 में वकालत शुरू की। 2009 में उन्हें मध्य प्रदेश हाईकोर्ट का जज नियुक्त किया गया। इसके बाद वे जम्मू-कश्मीर और कर्नाटक हाईकोर्ट में भी सेवाएं दे चुके हैं। साल 2022 में वे कर्नाटक हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस बने और जुलाई 2023 में तेलंगाना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस नियुक्त हुए। इसी साल जनवरी में उन्हें बॉम्बे हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनाया गया। अब उनका नाम सुप्रीम कोर्ट के लिए भेजा गया है।

ये खबरें भी पढ़ें...

सुरक्षा कर्मियों से हुई झड़प में टूटा राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मीक का चश्मा, बोलीं-क्या अब कुंडली दिखानी पड़ेगी

पीएम मोदी और स्मृति ईरानी की डिग्रियों पर HC का फैसला, कहा-इसमें कोई सार्वजनिक हित नहीं

जस्टिस विपुल पंचोली हैं संभावित CJI

जस्टिस पंचोली का जन्म 28 मई 1968 को अहमदाबाद में हुआ। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स में बीएससी और कॉमर्शियल लॉ में एलएलएम किया। 1991 में उन्होंने गुजरात हाईकोर्ट में वकालत शुरू की। 2014 में उन्हें हाईकोर्ट का जज बनाया गया और 2016 में प्रोबेशन पीरियड पूरा करने के बाद वह जज बने। बाद में उन्हें पटना हाईकोर्ट भेजा गया, जहां इस साल जुलाई में वे चीफ जस्टिस बने। अगर सुप्रीम कोर्ट में उनकी नियुक्ति हो जाती है तो भविष्य में वे भारत के चीफ जस्टिस बनने की कतार में भी शामिल हो जाएंगे और अक्टूबर 2031 में इस पद पर पहुंच सकते हैं।

ये खबरें भी पढ़ें...

समय रैना समेत 5 कॉमेडियंस को SC से फटकार, जज ने कहा- सोशल मीडिया पर पब्लिकली मांगो माफी, जानें वजह

सुप्रीम कोर्ट में MP सरकार और MPPSC के जवाब से OBC अभ्यर्थियों की बढ़ी बैचेनी

महिला जज ना होने पर भी उठे सवाल

Collegium की इस सिफारिश के बाद एक सवाल फिर उठने लगा है कि सुप्रीम कोर्ट में महिला जजों की संख्या क्यों नहीं बढ़ रही। फिलहाल केवल जस्टिस बी.वी. नागरत्ना ही सुप्रीम कोर्ट में महिला जज हैं। जबकि कई हाईकोर्ट में वरिष्ठ महिला जज मौजूद हैं, जिन्हें भी मौका दिया जा सकता था।

सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति हमेशा चर्चा का विषय रहती है। जस्टिस अलोक अराधे और जस्टिस विपुल पंचोली दोनों के पास लम्बा अनुभव है और वे कई हाईकोर्ट में काम कर चुके हैं। अब सबकी नजरें केंद्र सरकार पर हैं, कि वह Collegium की इस सिफारिश को कितनी जल्दी मंजूरी देती है।

हाईकोर्ट चीफ जस्टिस

thesootr links

सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट केसाथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧👩

सुप्रीम कोर्ट collegium महिला जज जस्टिस अलोक अराधे जस्टिस विपुल पंचोली हाईकोर्ट चीफ जस्टिस
Advertisment