तस्लीमा नसरीन की नई किताब को लेकर कट्टरपंथियों का हमला, दुकान में की तोड़फोड़

लेखिका तस्लीमा नसरीन की नई किताब 'चुंबन' को लेकर कट्टरपंथियों ने पुस्तक मेले में तोड़फोड़ की। किताब पर भड़के कट्टरपंथियों ने प्रकाशक के स्टॉल पर हमला किया और तसलीमा की किताब को फेंक दिया... 

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Jitendra Shrivastava
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taslima-nasreen-kiss-book Photograph: (thesootr)

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बांग्लादेश की विवादास्पद लेखिका तस्लीमा नसरीन एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार उनकी नई किताब 'चुंबन' पर कट्टरपंथियों ने हमला किया है। बांग्लादेश के अमर एकुशे पुस्तक मेले में तस्लीमा की किताब को लेकर हंगामा खड़ा हो गया, और कट्टरपंथी समूहों ने बुक स्टॉल पर तोड़फोड़ की।

तस्लीमा नसरीन ने इस हमले के बाद सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर आरोप लगाया कि सरकार इन चरमपंथियों का समर्थन कर रही है। इस घटना ने बांग्लादेश में धार्मिक कट्टरवाद और लेखक की स्वतंत्रता पर नए सवाल उठाए हैं।   

हमेशा विवादों में रहती हैं तस्लीमा की किताबें  

बांग्लादेश की मशहूर लेखिका तस्लीमा नसरीन एक बार फिर अपने लेखन और बयानों के कारण विवादों में घिरी हैं। इस बार उनका कारण बनी है उनकी नई किताब 'चुंबन' (The Kiss)। बांग्लादेश में तसलीमा की किताबें अक्सर विवादों का कारण बनती रही हैं, और 'चुंबन' को लेकर भी कट्टरपंथी नाराज हो गए। यह घटना बांग्लादेश के अमर एकुशे पुस्तक मेले में घटित हुई, जब कट्टरपंथियों ने सब्यसाची प्रकाशन के स्टॉल पर हमला किया, जहां तसलीमा की किताब बिक्री के लिए रखी गई थी।

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तसलीमा को देश में लौटने की अनुमति नहीं 

तस्लीमा नसरीन ने इस हमले का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया और लिखा कि जिहादी समूहों ने उनके किताब के प्रकाशक सब्यसाची के स्टॉल पर हमला किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बांग्लादेश की सरकार ने उन्हें देश में वापस लौटने की अनुमति नहीं दी और उनका पासपोर्ट रिन्यू नहीं किया जा रहा। तसलीमा ने आरोप लगाया कि सरकार इन कट्टरपंथियों का समर्थन कर रही है, जो देश में जिहादी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं।

राष्ट्रपति यूनुस ने की हमले की निंदा

वहीं बांग्लादेश सरकार के मौजूदा मुखिया मोहम्मद यूनुस ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। यूनुस ने कहा कि यह बांग्लादेशी नागरिकों के अधिकारों और कानूनों का उल्लंघन है। उन्होंने मामले की जांच के आदेश दिए और इस घटना को अमर एकुशे पुस्तक मेले की खुली विचारधारा को कमजोर करने की कोशिश बताया। बता दें कि मोहम्मद यूनुस के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही हिंदुओ पर लगातार कट्टरपंथी हमले कर रहे हैं, जबकि यूनुस ने इन हमलों को लेकर कभी कुछ नहीं बोला। इससे यूनुस की भी कट्टरवादी सोच का पता चलता है।

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तस्लीमा की इस पुस्तक में अपने अनुभव को बताया

तस्लीमा की नई किताब 'चुंबन' बांग्ला में लिखी गई है और इसमें उनकी कुछ ताजा कहानियां शामिल हैं। तसलीमा ने अपनी कहानियों को उन लोगों और स्थितियों को बताया है, जिन्हें उन्होंने लंबे समय तक देखा और अनुभव किया। इन कहानियों में विभिन्न जगहों जैसे ढाका, कोलकाता, दिल्ली और सऊदी अरब की घटनाएं शामिल हैं। हालांकि, तसलीमा ने अपनी इन कहानियों को साहित्यिक रूप में पेश किया है, लेकिन उनकी मान्यता है कि यह सब इतना वीभत्स है कि अगर इसे साहित्य के आवरण में ढ़ालें तो वह अश्लील लग सकता है।

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