अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत-रूस-चीन संबंधों पर कहा, हमने भारत को खो दिया
ट्रम्प ने कहा कि भारत और रूस अब चीन के प्रभाव में हैं। उन्होंने भारत पर 50% टैरिफ लगाने को जरूरी बताया, और कोर्ट में इसकी अपील की है। साथ ही, उन्होंने मोदी, पुतिन और जिनपिंग की फोटो शेयर की और इसे भविष्य की दिशा के रूप में प्रस्तुत किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में एक बयान में कहा कि भारत और रूस अब चीन के प्रभाव में जा चुके हैं। ट्रम्प ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर यह बयान देते हुए लिखा कि ऐसा लगता है कि हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है।
ट्रम्प का यह बयान भारतीय और रूस के साथ चीन के बढ़ते संबंधों को लेकर चिंता व्यक्त करता है। ट्रम्प ने इस पोस्ट में भारत, रूस और चीन के नेताओं की एक साथ खींची गई तस्वीर भी साझा की, जो 2017 में शियामेन (चीन) में हुई ब्रिक्स समिट की है।
भारत पर टैरिफ लगाना क्यों जरूरी था?
ट्रम्प ने यह स्पष्ट किया कि भारत पर लगाए गए टैरिफ का उद्देश्य रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकना था। उन्होंने कहा कि भारत पर 25% एक्स्ट्रा टैरिफ लगाने से रूस को सस्ता तेल खरीदने से रोका जा सकता है, जिससे पुतिन को युद्ध जारी रखने में मदद मिल रही थी। ट्रम्प का कहना था कि यह टैरिफ अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए भी जरूरी था, क्योंकि इससे अमेरिका की आर्थिक ताकत बढ़ेगी।
भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ लगाने के बाद रिश्ते खराब हो गए हैं। ट्रम्प ने यह कहा कि भारत पहले अमेरिका पर टैरिफ लगा रहा था, लेकिन अब उसने अमेरिका को जीरो टैरिफ का ऑफर दिया है। ट्रम्प का कहना है कि अगर अमेरिका ने भारत पर टैरिफ नहीं लगाया होता, तो भारत कभी यह ऑफर नहीं देता। उन्होंने इसे अमेरिका की शक्ति के रूप में देखा और कहा कि टैरिफ के बिना यह सब मुमकिन नहीं था।
कोर्ट में ट्रम्प की अपील
ट्रम्प ने सुप्रीम कोर्ट में अपील करते हुए कहा कि निचली अदालत का फैसला उनके व्यापारिक फैसलों में हस्तक्षेप कर रहा है। कोर्ट ने यह कहा था कि ट्रम्प को विदेशों से भारी टैरिफ लगाने का अधिकार नहीं है। ट्रम्प ने इस फैसले को चुनौती देते हुए कहा कि भारत पर लगाए गए टैरिफ यूक्रेन युद्ध को रोकने के लिए जरूरी थे, और इससे अमेरिका को लाभ होगा।
अमेरिकी अपील कोर्ट ने ट्रम्प द्वारा लगाए गए अधिकांश टैरिफ को गैरकानूनी करार दिया था। कोर्ट ने कहा था कि ट्रम्प ने जिन कानूनों का हवाला देते हुए टैरिफ लगाए, वे उन्हें यह अधिकार नहीं देते। हालांकि, कोर्ट ने इस फैसले को अक्टूबर तक लागू करने से रोक दिया, ताकि ट्रम्प सुप्रीम कोर्ट में अपील कर सकें।
भारत पर 50% टैरिफ का ऐलान
ट्रम्प ने 30 जुलाई 2021 को भारत पर 25% टैरिफ का ऐलान किया था, जिसे 7 अगस्त 2021 से लागू किया गया। इसके साथ ही, 6 अगस्त 2021 को भारत पर रूसी तेल खरीदने के कारण 25% एक्स्ट्रा टैरिफ लगाया गया था, जो 27 अगस्त 2021 से लागू हुआ। यह टैरिफ भारत द्वारा रूस से सस्ता तेल खरीदने की वजह से लगाया गया था, जिससे पुतिन को यूक्रेन युद्ध में मदद मिल रही थी।
भारत और अमेरिका के रिश्तों में टैरिफ लगाने के बाद खटास आ गई है। ट्रम्प ने 3 सितंबर 2021 को द स्कॉट जेनिंग्स रेडियो शो में भारत की आलोचना की थी।
उन्होंने कहा था कि भारत और अन्य देशों जैसे ब्राजील और चीन ने अमेरिका पर बहुत ऊंचे टैरिफ लगाए हैं, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगर भारत ने अमेरिका पर टैरिफ नहीं लगाए होते, तो वे कभी भी अमेरिका को जीरो टैरिफ का ऑफर नहीं देते।
FAQ
ट्रम्प ने भारत पर टैरिफ क्यों लगाया?
ट्रम्प ने भारत पर टैरिफ लगाने का कारण रूस से सस्ता तेल खरीदने को बताया। उनका कहना था कि यह टैरिफ रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने के लिए जरूरी था, ताकि पुतिन को युद्ध जारी रखने में मदद न मिल सके।
ट्रम्प के टैरिफ लगाने का भारत पर क्या असर हुआ?
टैरिफ लगाने के बाद भारत और अमेरिका के रिश्ते बिगड़ गए। भारत पर 25% एक्स्ट्रा टैरिफ लगाया गया, जिससे व्यापारिक संबंधों में तनाव आया। भारत ने अमेरिका को जीरो टैरिफ का ऑफर दिया, लेकिन ट्रम्प का कहना था कि यह टैरिफ अमेरिका की ताकत बढ़ाने के लिए जरूरी था।
ट्रम्प के टैरिफ को कोर्ट ने क्यों गैरकानूनी बताया?
अमेरिकी अपील कोर्ट ने ट्रम्प के टैरिफ को गैरकानूनी करार दिया, क्योंकि कोर्ट का मानना था कि ट्रम्प ने जिन कानूनों का सहारा लिया, वे उन्हें इस तरह के टैरिफ लगाने का अधिकार नहीं देते। हालांकि, कोर्ट ने इस फैसले को अक्टूबर तक लागू करने से रोक दिया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत-रूस-चीन संबंधों पर कहा, हमने भारत को खो दिया
ट्रम्प ने कहा कि भारत और रूस अब चीन के प्रभाव में हैं। उन्होंने भारत पर 50% टैरिफ लगाने को जरूरी बताया, और कोर्ट में इसकी अपील की है। साथ ही, उन्होंने मोदी, पुतिन और जिनपिंग की फोटो शेयर की और इसे भविष्य की दिशा के रूप में प्रस्तुत किया।
Photograph: (thesootr)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में एक बयान में कहा कि भारत और रूस अब चीन के प्रभाव में जा चुके हैं। ट्रम्प ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर यह बयान देते हुए लिखा कि ऐसा लगता है कि हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है।
ट्रम्प का यह बयान भारतीय और रूस के साथ चीन के बढ़ते संबंधों को लेकर चिंता व्यक्त करता है। ट्रम्प ने इस पोस्ट में भारत, रूस और चीन के नेताओं की एक साथ खींची गई तस्वीर भी साझा की, जो 2017 में शियामेन (चीन) में हुई ब्रिक्स समिट की है।
भारत पर टैरिफ लगाना क्यों जरूरी था?
ट्रम्प ने यह स्पष्ट किया कि भारत पर लगाए गए टैरिफ का उद्देश्य रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकना था। उन्होंने कहा कि भारत पर 25% एक्स्ट्रा टैरिफ लगाने से रूस को सस्ता तेल खरीदने से रोका जा सकता है, जिससे पुतिन को युद्ध जारी रखने में मदद मिल रही थी। ट्रम्प का कहना था कि यह टैरिफ अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए भी जरूरी था, क्योंकि इससे अमेरिका की आर्थिक ताकत बढ़ेगी।
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भारत पर टैरिफ लगाने के बाद रिश्तों में खटास
भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ लगाने के बाद रिश्ते खराब हो गए हैं। ट्रम्प ने यह कहा कि भारत पहले अमेरिका पर टैरिफ लगा रहा था, लेकिन अब उसने अमेरिका को जीरो टैरिफ का ऑफर दिया है। ट्रम्प का कहना है कि अगर अमेरिका ने भारत पर टैरिफ नहीं लगाया होता, तो भारत कभी यह ऑफर नहीं देता। उन्होंने इसे अमेरिका की शक्ति के रूप में देखा और कहा कि टैरिफ के बिना यह सब मुमकिन नहीं था।
कोर्ट में ट्रम्प की अपील
ट्रम्प ने सुप्रीम कोर्ट में अपील करते हुए कहा कि निचली अदालत का फैसला उनके व्यापारिक फैसलों में हस्तक्षेप कर रहा है। कोर्ट ने यह कहा था कि ट्रम्प को विदेशों से भारी टैरिफ लगाने का अधिकार नहीं है। ट्रम्प ने इस फैसले को चुनौती देते हुए कहा कि भारत पर लगाए गए टैरिफ यूक्रेन युद्ध को रोकने के लिए जरूरी थे, और इससे अमेरिका को लाभ होगा।
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टैरिफ को लेकर अमेरिकी कोर्ट का फैसला
अमेरिकी अपील कोर्ट ने ट्रम्प द्वारा लगाए गए अधिकांश टैरिफ को गैरकानूनी करार दिया था। कोर्ट ने कहा था कि ट्रम्प ने जिन कानूनों का हवाला देते हुए टैरिफ लगाए, वे उन्हें यह अधिकार नहीं देते। हालांकि, कोर्ट ने इस फैसले को अक्टूबर तक लागू करने से रोक दिया, ताकि ट्रम्प सुप्रीम कोर्ट में अपील कर सकें।
भारत पर 50% टैरिफ का ऐलान
ट्रम्प ने 30 जुलाई 2021 को भारत पर 25% टैरिफ का ऐलान किया था, जिसे 7 अगस्त 2021 से लागू किया गया। इसके साथ ही, 6 अगस्त 2021 को भारत पर रूसी तेल खरीदने के कारण 25% एक्स्ट्रा टैरिफ लगाया गया था, जो 27 अगस्त 2021 से लागू हुआ। यह टैरिफ भारत द्वारा रूस से सस्ता तेल खरीदने की वजह से लगाया गया था, जिससे पुतिन को यूक्रेन युद्ध में मदद मिल रही थी।
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भारत के साथ रिश्तों में खटास का असर
भारत और अमेरिका के रिश्तों में टैरिफ लगाने के बाद खटास आ गई है। ट्रम्प ने 3 सितंबर 2021 को द स्कॉट जेनिंग्स रेडियो शो में भारत की आलोचना की थी।
उन्होंने कहा था कि भारत और अन्य देशों जैसे ब्राजील और चीन ने अमेरिका पर बहुत ऊंचे टैरिफ लगाए हैं, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगर भारत ने अमेरिका पर टैरिफ नहीं लगाए होते, तो वे कभी भी अमेरिका को जीरो टैरिफ का ऑफर नहीं देते।
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