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Photograph: (The Sootr)
BHOPAL. UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा 2024 की रिजर्व सूची से 114 अतिरिक्त उम्मीदवारों की सिफारिश की है। यह कदम IAS, IFS, IPS और अन्य केंद्रीय सेवाओं में रिक्त पदों को भरने के उद्देश्य से उठाया गया है।
इन 114 उम्मीदवारों में विभिन्न श्रेणियों के उम्मीदवार शामिल हैं, जैसे सामान्य, ईडब्ल्यूएस, ओबीसी, एससी, और एसटी। हालांकि, 15 उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया अस्थायी रूप से की गई है और उनकी दस्तावेजों की जांच के बाद अंतिम पुष्टि की जाएगी। इस फैसले के बाद कुल 1129 उम्मीदवारों का चयन विभिन्न विभागों के लिए किया गया है।
114 अतिरिक्त उम्मीदवारों की सिफारिश
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने 2024 की सिविल सेवा परीक्षा की रिजर्व सूची से 114 अतिरिक्त उम्मीदवारों का चयन किया है। पहले 1009 उम्मीदवारों की सिफारिश की गई थी, जो विभिन्न विभागों में IAS, IPS, IFS जैसे महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति के लिए अनुशंसित थे। अब, इन अतिरिक्त उम्मीदवारों की सिफारिश से रिक्त पदों को भरने का काम और भी सुचारू रूप से होगा।
इस सूची में विभिन्न श्रेणियों से उम्मीदवारों का चयन किया गया है-
- 94 सामान्य वर्ग (General)
- 5 आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS)
- 13 अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC)
- 1 अनुसूचित जाति (SC)
- 1 अनुसूचित जनजाति (ST)
रिजर्व सूची क्या है?
यूपीएससी रिजर्व सूची में वे उम्मीदवार शामिल होते हैं जो अंतिम चयन सूची में तो नहीं आते, लेकिन अपनी योग्यता के हिसाब से अगली कतार में होते हैं। जब किसी चयनित उम्मीदवार का चयन रद्द हो जाता है या वह पद छोड़ता है, तो रिजर्व सूची के उम्मीदवारों को मौका दिया जाता है। UPSC इस सूची को बनाने के लिए नियम 20(4) और 20(5) का पालन करता है।
अस्थायी चयन और दस्तावेजों की जांच
UPSC ने 15 उम्मीदवारों का चयन अस्थायी रूप से किया है। उनकी उम्मीदवारी को अंतिम रूप से पुष्टि किया जाएगा जब उनके दस्तावेजों की पूरी जांच की जाएगी। इस प्रक्रिया के तहत चयनित उम्मीदवारों का सत्यापन और उनकी पात्रता की जांच की जाएगी, जिसके बाद ही उनकी नियुक्ति अंतिम रूप से की जाएगी।
UPSC का यह कदम क्यों महत्वपूर्ण है?
यह कदम UPSC की पारदर्शिता और समावेशिता को सुनिश्चित करने के लिए है। रिजर्व सूची से उम्मीदवारों को मौका देने से यह सुनिश्चित होता है कि किसी भी स्थिति में पद रिक्त नहीं रहते और एक निष्पक्ष प्रक्रिया का पालन किया जाता है। इसके अलावा, UPSC के इस कदम से उम्मीदवारों को अधिक अवसर मिलते हैं और विभिन्न वर्गों का प्रतिनिधित्व भी सुनिश्चित होता है।
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