उत्तराखंड की चार धाम यात्रा ( Char Dham Yatra ) 10 मई से शुरू हो गई है। कई सालों बाद गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ मंदिरों के कपाट एक साथ खुले है। साथ ही बद्रीनाथ मंदिर में दर्शन 12 मई से शुरू हो गए है। इसी के साथ चारधाम स्थलों की पवित्रता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए वहां के मुख्य सचिव ने एक जरूरी जानकारी दी है। दरअसल केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में 200 मीटर के दायरे में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है।
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क्यों लगाई गई रोक
दरअसल उत्तराखंड सरकार ( Uttarakhand Government ) के आदेश के मुताबिक, अब केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के 200 मीटर के दायरे में मोबाइल फोन के उपयोग पर प्रतिबंध लग गया है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ( Chief Secretary Radha Raturi ) ने इस संबंध में निर्देश जारी करते हुए कहा कि नियमों का पालन नहीं करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसी के साथ ही उन्होंने कहा कि भारी संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए आ रहे हैं और इस दौरान कई लोग ऐसे भी पहुँच रहे जो आस्था नहीं सिर्फ घूमने के लिए आ रहे हैं और उनकी हरकतों की वजह से लोगों की आस्था को ठेस पहुंच रही है। धार्मिक भावनाएँ आहत नहीं होनी चाहिए। इसलिए मोबाइल फोन पर बैन लगाने जैसा कदम उठाया गया है।
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बिना रजिस्ट्रेशन लोग नहीं कर पाएँगे दर्शन
इसी के साथ मुख्य सचिव का कहना है कि तीर्थयात्रियों के लिए सारी व्यवस्था की गई है। हम सभी प्रदेशों के मुख्य सचिव को पत्र भेज रहे हैं कि कोई श्रद्धालु अपंजीकृत वाहन में या अपंजीकृत तरीके से न आएँ। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर बिना रजिस्ट्रेशन के कोई गाड़ी दिखती है या यात्री बिना रजिस्ट्रेशन के उत्तराखंड में पहुँचते हैं, तो जांच में पकड़े जाते ही उन्हें तुरंत लौटा दिया जाएगा। वहीं, रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था ही इसलिए की गई है, ताकि श्रद्धालुओं की संख्या के हिसाब से सरकार व्यवस्था बनाए।
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