सगाई में क्यों है पन्ना की अंगूठी पहनने की परंपरा, जानें इसकी धार्मिक पहलू

सगाई में पन्ना की अंगूठी पहनने की परंपरा न केवल सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि ज्योतिष और विज्ञान के नजरिए से भी इसे विशेष माना जाता है।

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Kaushiki
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पन्ना, जिसे अंग्रेजी में एमराल्ड (Emerald) कहते हैं, नवरत्नों में से एक प्रमुख रत्न है। यह हरे रंग का रत्न अपनी खूबसूरती और विशेष ज्योतिषीय गुणों के कारण सदियों से महत्व रखता है। भारत समेत कई संस्कृतियों में पन्ना को प्रेम, समृद्धि और शांति का प्रतीक माना जाता है।

सगाई और विवाह जैसे शुभ अवसरों पर पन्ना की अंगूठी पहनने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। इस लेख में हम पन्ना रत्न के धार्मिक, ज्योतिष और वैज्ञानिक पहलुओं को विस्तार से समझेंगे।

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ज्योतिष में पन्ना का महत्व

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, पन्ना रत्न बुध ग्रह का प्रतीक है। बुध ग्रह बुद्धि, वाणी, व्यापार, संचार और बौद्धिक क्षमता का कारक माना जाता है।

पन्ना रत्न पहनने से बुध ग्रह की सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, जिससे व्यक्ति के मानसिक विकास और सामाजिक संबंधों में सुधार होता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, विशेषकर उन जातकों के लिए पन्ना अत्यंत लाभकारी होता है, जिनकी कुंडली में बुध ग्रह कमजोर या अशुभ स्थिति में हो।

इससे उनकी एकाग्रता, निर्णय क्षमता और आर्थिक स्थिति में सुधार आता है। पन्ना को प्रेम और वैवाहिक जीवन में मधुरता लाने वाला रत्न भी माना जाता है, जो वैवाहिक जीवन को सुखमय और मजबूत बनाता है।

पन्ना रत्न और सगाई की परंपरा

प्राचीन भारत में, जहां हीरे का अधिक महत्त्व हुआ करता था। वहीं कई क्षेत्रों में सगाई के लिए पन्ना की अंगूठी पहनना भी प्रचलित थी। इसका मुख्य कारण पन्ना की खुशबूदार हरी चमक और बुध ग्रह से जुड़ी सकारात्मक शक्तियां थीं।

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, पन्ना रत्न के पहनने से रिश्तों में प्रेम और विश्वास बढ़ता है, जो सगाई के लिए उपयुक्त माना जाता है। इसके अलावा, पन्ना पहनने से मानसिक शांति और सौहार्दपूर्ण संबंधों की स्थापना होती है। इसी वजह से पहले के समय में विवाह या सगाई के अवसरों पर पन्ना की अंगूठी को प्रमुखता दी जाती थी।

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विज्ञान की दृष्टि से पन्ना रत्न

विज्ञान के नजरिए से देखें तो पन्ना रत्न में क्रिस्टल संरचना और हरे रंग की किरणें मनोवैज्ञानिक रूप से मानसिक शांति और तनाव में कमी लाने में सहायक होती हैं।

कुछ शोधकर्ताओं के मुतीबिक, पन्ना धारण करने से मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में सुधार आता है और यह एकाग्रता और रचनात्मकता को बढ़ावा देता है। हालांकि पन्ना पहनने से पहले ज्योतिषीय सलाह लेना जरूरी है, ताकि यह आपकी राशि और कुंडली के अनुरूप हो।

कौन-कौन सी राशि के लिए पन्ना रत्न शुभ है

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, पन्ना रत्न मुख्य रूप से मिथुन (Gemini) और कन्या (Virgo) राशि के जातकों के लिए शुभ होता है। क्योंकि इन राशियों के स्वामी बुध ग्रह हैं, इसलिए यह रत्न इनके लिए विशेष लाभकारी सिद्ध होता है।

  • मिथुन राशि: पन्ना पहनने से बुध ग्रह की शक्तियां मजबूत होती हैं, जिससे बुद्धि, व्यापार और संचार में सफलता मिलती है।
  • कन्या राशि: यह रत्न कुंडली में बुध की कमजोर स्थिति को ठीक करता है और समृद्धि लाता है।

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पन्ना रत्न पहनने के लाभ

  • बुद्धि और एकाग्रता में वृद्धि: पन्ना रत्न मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ाकर मानसिक शांति प्रदान करता है।
  • वैवाहिक जीवन में मधुरता: प्रेम और विश्वास बढ़ाने में मदद करता है।
  • व्यापार और करियर में सफलता: बुध ग्रह के प्रभाव से आर्थिक समृद्धि होती है।
  • स्वास्थ्य में सुधार: तनाव और मानसिक उलझनों से राहत दिलाता है।

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