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Latest Religious News: हिंदू धर्म में सफला एकादशी का बहुत खास महत्व है। हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष में एक-एक एकादशी आती है जिनका अपना अलग महत्व होता है। ऐसे में पौष महीना के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को सफला एकादशी कहते हैं।
ये जीवन में समृद्धि और हर क्षेत्र में सफलता लाती है। इस साल यह एकादशी 15 दिसंबर, सोमवार को मनाई जाएगी। इस पावन तिथि पर भगवान विष्णु की पूजा करने और व्रत रखने का विधान है। मान्यता है कि ये व्रत 1000 अश्वमेध यज्ञ जितना पुण्य देता है। आइए जानें व्रत की पूरी विधि...
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कब है सफला एकादशी
इस साल एकादशी तिथि दो दिन पड़ रही है। इसलिए व्रत को लेकर थोड़ा असमंजस है। पंचांग के मुताबिक, पौष कृष्ण एकादशी तिथि 14 दिसंबर रविवार को शाम 6 बजकर 50 मिनट पर शुरू हो रही है।
यह तिथि 15 दिसंबर, सोमवार को रात 9 बजकर 21 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। उदया तिथि के नियम के मुताबिक, सफला एकादशी का व्रत 15 दिसंबर, सोमवार को रखना ही सबसे उत्तम माना जाएगा।
सफला एकादशी का धार्मिक महत्व
सफला शब्द का सीधा मतलब होता है समृद्धि और सफलता। इसलिए, इस एकादशी को जीवन में प्रगति और भरपूर सम्पन्नता पाने के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता है। इस पावन तिथि पर भगवान विष्णु की विधिवत पूजा और व्रत करने का विधान है।
साथ ही, भगवान श्रीकृष्ण की उपासना से भी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। धार्मिक ग्रंथों में यह उल्लेख है कि इस व्रत को रखने से व्यक्ति को हर क्षेत्र में सफलता मिलती है।
इस व्रत को रखने का पुण्य 100 राजसूय यज्ञ और 1000 अश्वमेध यज्ञ के फल के बराबर माना गया है। इस दिन व्रत, पूजा, जप और दान करने से जीवन में संयम, शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
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पूजा में करें इन मंत्रों का जाप
सफला एकादशी पर भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इस दिन पूजा करते समय इन पवित्र मंत्रों का जाप करना बहुत शुभ माना गया है:
- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
- ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीवासुदेवाय नमः
- ॐ नमो नारायणाय
इस दिन तुलसी माता के सामने दीपक जलाना और दीपदान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से भक्त के लिए सौभाग्य के द्वार खुल जाते हैं और उसकी किस्मत चमक उठती है।
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पारण का शुभ समय और नियम
एकादशी का व्रत दशमी तिथि से शुरू होता है और द्वादशी तिथि को समाप्त होता है। व्रत का पारण शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए, जिससे व्रत का पूरा पुण्य फल प्राप्त हो सके।
पंचांग के मुताबिक, सफला एकादशी (Ekadashi Tithi) व्रत का पारण 16 दिसंबर, मंगलवार को किया जाएगा। पारण करने का शुभ समय सुबह 07:07 बजे से 09:11 बजे तक रहेगा।
व्रत के दिन केवल शुद्ध और सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए। सुबह जल्दी स्नान करके भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करना चाहिए। व्रत केवल उपवास तक सीमित नहीं है, इसे संयम और भक्ति भाव से पूरा करना चाहिए।
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