/sootr/media/media_files/2025/03/10/rSBsvhtLd75ApbBKc2IR.jpg)
श्री माता वैष्णो देवी के तीर्थयात्रियों के लिए एक अच्छी खबर आई है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है। इस प्लान में कई महत्वपूर्ण योजनाएं शामिल हैं, जिनमें हेलीपैड का विकास, यात्रा ट्रैक का चौड़ीकरण, मनोकामना क्षेत्र के पास नए ट्रैक का निर्माण और एक नया वैष्णवी भवन का निर्माण शामिल हैं। यह निर्णय तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या और उनकी सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इसके साथ ही कटड़ा क्षेत्र में एक नया मेडिकल कॉलेज भी खोला जाएगा।
ये खबर भी पढ़ें...
फाल्गुन प्रदोष व्रत 2025 : करियर और कारोबार में सफलता पाने के लिए करें इन योगों में पूजा
नए विकास की योजनाएं
बता दें कि, इस प्लान के तहत कटड़ा के हट्ट गांव में शिव खोड़ी श्राइन बोर्ड के सहयोग से हेलीपैड का विकास किया जाएगा। इसके साथ ही भवन में नया वैष्णवी भवन, कॉटेज और खेल स्टेडियम के निर्माण का निर्णय लिया गया है। मनोकामना क्षेत्र के पास निकास ट्रैक का पुनर्निर्माण भी होगा, जिससे श्रद्धालुओं को और अधिक सुविधाएं मिलेंगी। यात्रा ट्रैक को भी चौड़ा किया जाएगा, जिससे तीर्थयात्रियों की संख्या में वृद्धि के बावजूद यात्रा की गति और सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।
भक्तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सुधार
श्री माता वैष्णो देवी मंदिर में भक्तों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। खबरों के मुताबिक, पिछले तीन वर्षों से वार्षिक तीर्थयात्रियों की संख्या 90 लाख से ऊपर रही है और पिछले साल यह आंकड़ा 95 लाख तक पहुंच गया था। इस वृद्धि के कारण भवन क्षेत्र में कई नए परियोजनाओं का निर्माण किया गया है। इसके अलावा, कटड़ा और अन्य क्षेत्रों में दर्शनी ड्योढ़ी में कतार परिसर, तीर्थयात्रियों और कर्मचारियों के आवास, और प्रसाद केंद्रों की स्थापना भी की गई है।
ये खबर भी पढ़ें...
रविवार को इस विधि से करें सूर्य पूजा, किस्मत और करियर में आ जाएगी चमक
महत्वपूर्ण निर्देश और योजनाएं
आपको बता दें कि, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की 74वीं बैठक में यह निर्णय लिए गए। उपराज्यपाल ने बोर्ड के सीईओ को निर्देश दिए कि वे श्राइन बोर्ड के परिसर में मौजूदा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की गहन जांच करें और एसटीपी की क्षमता बढ़ाने के लिए जरूरी उपाय करें। इसके अलावा, सौर ऊर्जा और अन्य नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता बढ़ाने के लिए प्लान तैयार किया जाए, ताकि पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़े और अधिक ऊर्जा का स्थायी स्रोत उपलब्ध हो सके।
ये खबर भी पढ़ें..
तमिलनाडु का रहस्यमयी शिव मंदिर, जहां साल में सिर्फ एक दिन होती है पूजा
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक