MP बोर्ड 10वीं-12वीं एग्जाम नियमों में बदलाव, अब नहीं मिलेगी सप्लीमेंट्री
माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल (MP Board) ने 2025 की कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में सप्लीमेंट्री आंसर शीट व्यवस्था खत्म कर दी है। अब छात्रों को 32 पेज की मेन आंसर शीट मिलेगी, जिसमें उन्हें सभी उत्तर लिखने होंगे।
MP Board Exam Rule Change: माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल यानी MP Board के द्वारा बोर्ड एग्जाम के नियमों में बड़े बदलाव किए गए हैं। अब छात्रों को एग्जाम में सप्लीमेंट्री आंसर शीट नहीं दी जाएगी। इसके बजाय बोर्ड ने मेन आंसर शीट में पेज की संख्या बढ़ाकर 32 कर दी गई है। पहले आंसर शीट में पेज की संख्या 20 होती थी। इस बदलाव का कारण एग्जाम प्रोसेस को विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए सुगम और सरल बनाना है।
नकल पर होगा नियंत्रण
संबंधित अधिकारियों का मानना है कि इससे नकल पर नियंत्रण पाया जा सकेगा। साथ ही सप्लीमेंट्री कॉपियों को संभालने में आने वाली समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। कई बार सप्लीमेंट्री कॉपियों के पेज बिखरने से छात्रों को नुकसान होता है। अब एक ही कॉपी में सभी उत्तर लिखने से यह समस्या समाप्त हो जाएगी।
बता दें रीवा जिले में कक्षा 10वीं की परीक्षा में 23,000 विद्यार्थी शामिल होंगे। वहीं दूसरी ओर कक्षा 12 वीं की परीक्षा में करीब 19 हजार छात्र शामिल होंगे। रीवा जिले में 71 और मऊगंज में 23 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। कक्षा 10 वीं की परीक्षाएं 27 फरवरी से 19 मार्च 2025 तक चलेंगी। कक्षा 12 वीं की परीक्षाएं 25 फरवरी 2025 तक आयोजित की जाएंगी।
सीमित शब्दों में देने होंगे आंसर
नई आंसर शीट व्यवस्था के तहत, छात्रों को अपने सीमित शब्दों में देने होंगे। इससे समय प्रबंधन में भी मदद मिलेगी। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे उत्तर लिखने से पहले प्रश्न को ध्यान से पढ़ें और आवश्यकतानुसार उत्तर दें। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि उत्तर पुस्तिका में स्थान का सही उपयोग भी हो सकेगा।
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने परीक्षा पैटर्न में भी बदलाव किए हैं। लम्बे उत्तर प्रश्नों की संख्या कम की गई है। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे नए परीक्षा पैटर्न के अनुसार अपनी तैयारी करें। अधिक जानकारी के लिए छात्र बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध सैंपल पेपर्स देख सकते हैं।
FAQ
2025 की बोर्ड परीक्षाओं में उत्तर पुस्तिका में क्या बदलाव हुए हैं?
अब छात्रों को 32 पृष्ठों की मुख्य उत्तर पुस्तिका मिलेगी; सप्लीमेंट्री कॉपी नहीं दी जाएगी।
इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य क्या है?
परीक्षा प्रक्रिया को सरल बनाना और नकल पर नियंत्रण पाना।
क्या परीक्षा पैटर्न में भी बदलाव किए गए हैं?
हाँ, लंबे उत्तर वाले प्रश्नों की संख्या कम की गई है।
क्या नई उत्तर पुस्तिका व्यवस्था से छात्रों को लाभ होगा?
इससे समय प्रबंधन में मदद मिलेगी और उत्तर पुस्तिका में स्थान का सही उपयोग हो सकेगा।