चुनाव प्रचार और मतगणना के साथ राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियां खत्म नहीं हो गई हैं। कल 4 जून को मतगणना वाले दिन भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को विशेष जिम्मेदारियां दी गई हैं।
बीजेपी के काउंटिंग एजेंट्स 3 जून की शाम को ही जिला मुख्यालय पहुंच जाएंगे, जहां काउंटिंग होनी है। कांग्रेस के काउंटिंग एजेंट्स 4 जून सुबह 7 बजे तक काउंटिंग स्थल तक पहुचेंगे। यहां काउंटिंग के दौरान पार्टियों ने उन्हें खास निर्देश दिए हैं।
बीजेपी को पोस्टल बैलेट काउंटिंग में गड़बड़ी की आशंका
भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा चुनाव 2024 में बैलेट पेपर की काउंटिंग को लेकर चिंता है। भाजपा काउंटिंग एजेंट्स को पहले राउंड में होने वाले बैलेट पेपर की काउंटिंग पर खास नजर रखने के निर्देश दिए हैं। इनकी काउंटिंग के दौरान वोट निरस्त होने या गिनती के दौरान गड्डियां बदलने की शिकायत आ सकती है।
बैलेट पेपर के जरिए सेना के जवान, चुनाव ड्युटी करवा रहे कर्मचारी, बुजुर्ग और दिव्यांग अपने वोट डालते हैं।
इसके अलावा काउंटिंग एजेंट्स को सुबह 6:30 बजे तक फॉर्म 17c और अन्य दस्तावेजों के साथ काउंटिंग सेंटर पहुंचने के निर्देश हैं। साथ ही प्रत्याशी की जीत का सर्टिफिकेट जारी होने के बाद ही काउंटिंग स्थल छोड़ने के आदेश भी दिए गए हैं। उससे पहले भाजपा का कोई एजेंट काउंटिंग स्थल नहीं छोड़ेगा।
ये खबर भी पढ़िए...
फॉर्म 17C पर होगी कांग्रेस की नजर
कांग्रेस के काउंटिंग एजेंट्स को फॉर्म 17c को लेकर खास निर्देश दिए गए हैं। इस फॉर्म में प्रत्येक मतदान केंद्र में डाले गए वोटों का पूरा डेटा होता है। काउंटिंग के दौरान सभी चीजों की फॉर्म 17c से जांच के निर्देश दिए गए हैं।
कांग्रेस पार्टी ने अपने एजेंट्स को एग्जिट पोल के मनोवैज्ञानिक दबाव में न आने के लिए कहा है। सभी एजेंट्स को सुबह 7 बजे तक मतगणना स्थल पहुंचने के निर्देश है। यहां पहुंचक एजेंट्स को ईवीएम सील पर पोलिंग एजेंट्स के दस्तखत मिलाने, ईवीएम का बैटरी लेवल और वोट संख्या का मिलान करने के निर्देश हैं।
ये खबर भी पढ़िए...
What Is Form 17C: क्या होता है फार्म 17C, जिस पर मचा हुआ है बवाल…