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ज्ञानेंद्र पटेल, INDORE. आदिवासियों के संगठन जयस के दसवां स्थापना दिवस का आयोजन इंदौर के एक निजी गार्डन में हुआ। जिसमें जयस युवाओं ने नारा दिया बीजेपी हटाओ, देश बचाओ। आयोजन के दौरान जयस पदाधिकारियों ने कहा कि हम एकजुट है और बेवजह का भ्रम फैलाया जा रहा है कि हममें टूट-फूट है। यह राजनीतिक दलों की चाल है, आज 20 लाख युवा देश भर में हमारे साथ जुड़ चुके हैं और सभी अलग-अलग जगह पर जयस का स्थापना दिवस मना रहे हैं। इस आयोजन में जयस नेता और कांग्रेस से मनावर के विधायक डॉ. हीरालाल अलावा ने कहा कि हम इस चुनाव में मप्र विधानसभा की 230 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं। द सूत्र से हुई खास चर्चा में उन्होंने कहा कि आदिवासियों को अभी दारू, मुर्गा, बकरा खिलाकर राजनीतिक दलों ने वोट लिए हैं। जयस बिना प्रलोभन दिए ही काम कर रहा है और पश्चिमी से लेकर पूर्वी मप्र तक 80 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं। प्रदेश में किंगमेकर, तीसरा मोर्चा बनने पर अलावा ने कहा कि हम किंगमेकर साल 2018 में भी थे और साल 2023 में भी किंगमेकर होंगे।
द सूत्र से चर्चा में जयस नेता डॉ. अलावा ने बताया...
अगले चुनाव में जयस की क्या भूमिका होगी
अभी तक मप्र में राजा के बेटा राजा बनेगा वाली बात चली आई है, हमारा लक्ष्य है युवाओं को लोकसभा, विधानसभा में पहुंचाया जाए, जो आदिवासियों की लड़ाई लड़ते हो। हम ऐसे युवाओं के साथ प्रदेश की 80 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
किन सीटों पर आपका फोकस है, मालवा निमाड या अन्य जगह
प्रदेश की 47 आदिवासी सीट के साथ ही हम वहां फोकस कर रहे हैं जहां 50-80 हजार वोटर आदिवासी है। हम मालवा-निमाड़ ही नहीं महाकौशल, बुंदेलखंड में भी मजबूत है और हमारा संगठन काम कर रहा है।
बीजेपी भी आदिवासियों के लिए काम कर रही है
आदिवासियों को वोट बैंक ही माना जाता रहा है। आज टंट्या भील भगवान को बीजेपी पूज रही है, बिरसा मुंडा जयंती मना रहे हैं, यह सभी जयस का ही प्रभाव है। कांग्रेस, बीजेपी सिर्फ हमारे कारण आदिवासियों को सम्मान दे रही है।
जयस को एकजुटता नहीं है, एक कार्यक्रम भोपाल में एक इंदौर में हो रहा है
यह भ्रम फैलाया जा रहा है। पूरे देश में जयस आयोजन कर रहा है, 20 लाख युवा जुड़ चुके हैं, जो हर गली-मोहल्ले में कार्यक्रम कर रहे हैं। विरोध और भ्रम फैला रहे हैं, सभी युवा अपनी सुविधानुसार ही आयोजन कर रहे हैं।
जयस की क्या भूमिका होगी क्या किंगमेकर बनेगा
जयस साल 2018 में भी किंगमेकर था, साल 2023 में वह किंगमेकर बनेगा
आपकी क्या भूमिका होगी, क्या कांग्रेस के टिकट पर लड़ेंगे और कहां से
मैं तो संगठन का कार्यकर्ता हूं, हमारे यहां बैठकर आपसी सहमति से होता है, संगठन जैसे कारेगा वैसे चुनाव लड़ेंगे। 99 फीसदी तो मैं मनावर से ही चुनाव लड़ूंगा।
आपके कांग्रेस से कैसे राजनीतिक रिश्ते रहेंगे
हमारे किसी भी राजनीतिक दल से रिश्ता नहीं है, हम किसी की एबीसीडी टीम नहीं है। हम स्वतंत्र वैचारिक संगठन है। विधानसभा में युवाओं के लिए मैदान तैयार कर रहे हैं। जयस भले ही राजनीतिक दल के रूप में पंजीकृत नहीं है, लेकिन हमारी भूमिका राजनीतिक तौर पर अहम रहेगी।
जयस बाकी राजनीतिक दलों से अलग कैसे हैं
राजनीतिक दलों ने अभी तक आदिवासियों को दारू, मुर्गा, बकरा खिलाकर वोट लिए हैं। हम बिना प्रलोभन के ही उनके पास जा रहे हैं। आदिवासियों के खिलाफ लगातार अत्याचार हो रहे हैं और हम उनके साथ खड़े हैं।
किसी राजनीतिक दल को सपोर्ट करेंगे
किसी को नहीं हम मुद्दों को लेकर ही सपोर्ट करते हैं।