संजय गुप्ता, INDORE. मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ गुरुवार को इंदौर में थे। इस दौरान एक निजी होटल में उन्होंने गणमान्य लोगों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने वर्तमान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया लोकसभा चुनाव हार रहे हैं। यह बात मुझे सर्वे की टीम ने बता दी थी। मैंने उन्हें फोन लगाकर भी कहा था कि लोकसभा चुनाव को हल्के में मत लेना। मतदान के पांच दिन पहले टीम ने बता दिया था कि वे एक लाख से ज्यादा वोटों से चुनाव हार रहे हैं। उल्लेखनीय है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के केपी यादव ने सिंधिया को सवा लाख वोट से हराया था। कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी में गए विधायक, नेताओं को वह वापस नहीं लेंगे। इसके अलावा जो भी बीजेपी नेता संपर्क में आता है तो उन्हें भी स्थानीय नेताओं से बात करके ही कांग्रेस में लेंगे।
कांग्रेस में संगठन और टिकट को लेकर कमलनाथ ने बताया...
कांग्रेस में टिकट को लेकर क्या फार्मूला होगा
कमलनाथ- मैं चार सर्वे करा रहा हूं। जिस नेता का नाम तीन सर्वे में होगा। उसे मैं मजबूत मानूंगा। उस नेता को मैं चुनाव के तीन चार माह पहले ही इशारा कर दूंगा। टिकट चयन को लेकर कोई दबाव प्रभाव नहीं झेलूंगा, हालांकि इस बार जनता बीजेपी से खफा है। उम्मीदवारों के बजाए इस बार मतदाता संगठन को महत्व देंगे।
कांग्रेस के संगठन की मजबूती कितनी है
कमलनाथ- हमारी कांग्रेस में स्ट्रक्चरल डिफेक्ट है। ब्लॉक अध्यक्ष क्या 130-140 बूथ संभाल सकते हैं। मैंने सोनिया गांधी जी को कहा था कि हमें ब्लॉक छोटे करना चाहिए। वह सहमत नजर आईं और वरिष्ठ पदाधिकारियों से बात करने को कहा। तब आस्कर फर्नांडिस ने संगठन के संविधान में बदलाव करने की बात कही। मैंने उनसे कहा कि हमारी पार्टी का संविधान कौन सा गीता-बाइबिल है। उन्होंने कहा कि दूसरे प्रदेशों से बात करेंगे। मैंने छिंदवाड़ा में यह फॉर्मूला लागू किया। पूरे जिले में कांग्रेस के विधायक हैं। प्लेट साफ करने वाला आज छिंदवाड़ा का मेयर है।
सोशल मीडिया पर राहुल गांधी की जो पप्पू वाली इमेज बनाई गई है। क्या वह भारत जोड़ो यात्रा से बदली है?
कमलनाथ- राहुल गांधी की जो इमेज से सोशल मीडिया पर बीजेपी की आईटी सेल बनाने की कोशिश करती है। उससे आम आदमी को कोई फर्क नहीं पड़ता। किसी गांव में जाकर पूछिए कि क्या राहुल गांधी पप्पू हैं तो ग्रामीण कहेंगे कि तो क्या हुआ मेरे बेटे का नाम भी पप्पू है। राहुल तो आम आदमी की बात करते हैं। वह तो हमारे जैसे हैं। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैंने लोगों से 30 विधानसभा सीटों को लेकर फीडबैक लिया है।
महाकाल में सशुल्क व्यवस्था है
कमलनाथ- महाकाल को भक्तों से दूर करना गलत है। धर्म आचार और विचार का विषय है। बीजेपी ने इसे राजनीतिक प्रचार का विषय बना दिया। महाकाल लोक का काम कांग्रेस सरकार ने शुरू किया था। अब उसे बीजेपी सरकार भुना रही है। धर्म आचार और विचार का विषय है।