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देव श्रीमाली, GWALIOR. ग्वालियर चम्बल में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के बीच चल रहा छाया युद्ध थमने की जगह और तेज ही होता जा रहा है। यहां सिंधिया खेमे की अगुआई की कमान जहां ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर थामे हुए है वहीं तोमर खेमे की कमान उनके खास उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह ने संभाली हुई है। इस गुटबाजी के चलते विगत दिवस गरीबो को पट्टे आवंटन का काम सिंधिया के हाथों नहीं हो सका।
ऐसे हुई शुरुआत
सिंधिया बीते तीन दिनों से ग्वालियर अंचल के दौरे पर ही थे। इस दौरान ऊर्जा मंत्री ने अधिकारियों से कहकर यह तैयारी करवा दी थी कि पट्टों का वितरण सिंधिया के हाथों करवा दिया जाए। बताते हैं कि जब इस बात का पता नरेंद तोमर समर्थकों को लगा तो वे भी सक्रिय हो गए। विवाद होते देख अफसरों ने इसको शेड्यूल में नही लिया।
प्रद्युम्न और भारत आमने-सामने आए
सोमवार को केंद्रीय मंत्री सिंधिया कलक्ट्रेट में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक लेने पहुंचे थे। इस बैठक में सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, ऊर्जा मंत्री तोमर और उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाह के अलावा ज्यादातर सिंधिया समर्थक नेता मौजूद थे। बताते हैं कि बैठक के दौरान ही तोमर ने अफसरों की तरफ मुखातिब होते हुए कहा कि जिले में पात्र परिवारों को पट्टा देने के लिए चिन्हित करने का काफी काम हो चुका है। उन्हें यह पट्टा केंद्रीय मंत्री सिंधिया के हाथों दिलाया जाए। जब तक अफसर कुछ बोल पाते तब तक उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह ने इस प्रस्ताव पर पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि अभी जब विकास यात्रा चल है और इस यात्रा में हर जन प्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र में मौजूद है ही तो यह पट्टे का वितरण भी उसी जन प्रतिनिधि के हाथों कराया जाना चाहिए।
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बैठक में सब हो गए दंग
सूत्रों की माने तो यह शांतिपूर्ण वाद-विवाद देख सभी मौजूद नेता और अफसर दंग रह गए। सांसद शेजवलकर ने भी इशारों ही इशारों में जब भारत सिंह की बात का समर्थन किया ऊर्जामंत्री तोमर अवाक रह गए। स्वयं सिंधिया ने भी इसे सुनकर अनसुना कर दिया। इसके बाद यह मामला यही शांत हो गया। इस पर किसी ने कोई बात नहीं की।
बगैर सिंधिया के करवाया शिवराज-तोमर का कार्यक्रम
केंद्रीय कृषि मंत्री भारत सिंह कुशवाह द्वारा सिंधिया को अलग रखने का एक प्रयास बीते सप्ताह भी किया गया था। तब सिंधिया उनके ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के पारसेन गांव में गए तो इसमें उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर को भी बुला लिया लेकिन सिंधिया के दिल्ली रवाना होने के दो दिन बाद ही उन्होंने अपने क्षेत्र के तिघरा इलाके में सीएम शिवराज सिंह, केंद्रीय मंत्री तोमर और सांसद शेजवलकर को बुलाकर एक भव्य कार्यक्रम करवा दिया। इसमे पुरानी छावनी को तहसील बनाने और तिघरा इलाके के डेढ़ दर्जन से ज्यादा गांव के लिए पेयजल योजना की स्वीकृति जैसी कई बड़ी घोषणाएं करवा दीं। इस आयोजन के बाद ही सिंधिया का दो दिन का आनन फानन में कार्यक्रम बनाया गया, लेकिन इनमे नरेंद्र तोमर को शामिल नहीं किया गया।