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संजय गुप्ता, INDORE. बीजेपी और आरएसएस एक बार फिर वीर सावरकर के समर्थन में आए हैं। इंदौर में शनिवार को हुए बृहन्महाराष्ट्र मंडल के 70वें अधिवेशन में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ ही संघ के पूर्व सर संघचालक भैय्याजी जोशी ने वीर सावरकर की तारीफ करते हुए कहा कि वह सच्चे भारत रत्न है। आयोजन के दौरान सावरकर को भारत रत्न देने के जमकर नारे भी लगे। इस पर फडणवीस ने कहा कि उन्हें भारत रत्न मिले या नहीं मिले वह वैसे ही देश के रत्न है और वह किसी पुरस्कार के मोहताज नहीं है।
औपचारिक प्रस्ताव केंद्र के पास
हालांकि, महाराष्ट्र सरकार ने वीर सावरकर के भारत रत्न देने के लिए औपचारिक प्रस्ताव केंद्र को भेजा है। उल्लेखनीय है कि वीर सावरकर को लेकर हमेशा ही बीजेपी, संघ और कांग्रेस के बीच में राजनीतिक विवाद चलता रहा है। जहां कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सावरकर की आलोचना को लेकर मुखर रहे हैं, वहीं बीजेपी और संघ ने तीखा पलटवार किया है। यहां तक कि शिवसेना भी कभी इसको लेकर कांग्रेस के समर्थन में नहीं रही है।
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भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उठा था विवाद
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान 17 नवंबर को अकोला में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए अचानक एक पत्र रख दिया था, जिसमें कहा कि सावरकर ने ये चिट्ठी अंग्रेजों को लिखी थी। उन्होंने खुद को अंग्रेजों का नौकर बने रहने की बात कही थी। सावरकर यानी विनायक दामोदर सावरकर। इसके बाद बीजेपी और संघ ने जमकर उन पर हमला बोला था और इसे राहुल गांधी को अपनी राजनीति चमकाने वाली हरकत बताया था। इसके बाद भी राहुल गांधी ने इस मुद्दे को नहीं छोड़ा था।
मराठी भाषियों ने की भारत रत्न देने की मांग
इंदौर में हुए आयोजन में अलग-अलग प्रांतों से आए मराठी भाषियों ने वीर सावरकर को भारत रत्न देने के नारे लगाए। फडणवीस ने कहा कि मराठी भाषियों ने देश में अलग पहचान कायम की है। जब भी देश को जरूरत पड़ी, तब उन्होंने अपनी भूमिका निभाई है। छत्रपति शिवाजी ने हिंद स्वराज की स्थापना की। अहिल्याबाई ने पुराने मंदिरों को पुनर्जीवित कर संस्कृति को बचाने का काम किया। पूर्व सर संघचालक भैय्याजी जोशी ने कहा कि संस्कृति, भाषा और संस्कार को संभालने की जिम्मेदारी के साथ समाज की जिम्मेदारी कुरीतियों को रोकने की भी महाराष्ट्र को लोकमान्य तिलक, वीर सावरकर और गोपाल कृष्ण गोखले जैसे महापुरुषों ने पहचान दी है। शिवाजी ने देश विरोधी ताकतों को पैरों के नीचे रखा। सम्मेलन में पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, मेयर पुष्यमित्र भार्गव भी मौजूद थे।