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संजय गुप्ता, INDORE. पूर्व मंत्री दीपक जोशी के बीजेपी से कांग्रेस में जाने के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन और भवंर सिंह शेखावत के तीखे बोल बीजेपी के लिए परेशानी बने हुए हैं। सत्तन दोपहर में ही सीएम शिवराज सिंह चौहान से मिलने के लिए भोपाल चले गए हैं, लेकिन उन्होंने जाने से पहले कहा कि जो लोग 20-20 साल से यानी चार-चार टर्म से जमे हुए हैं, उन्हें बदलना चाहिए। इसी से परिवर्तन होता है। मुझे पद, टिकट की लालसा नहीं है, पार्टी में जो हो रहा है, उस पर अपनी बात रखूंगा। उधर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र विधायक आकाश विजयवर्गीय ने कहा कि किसी नेता के जाने से बीजेपी को फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि यह कार्यकर्ताओं की पार्टी है।
कैलाश सही बोले कि बीजेपी को बीजेपी ही हरा सकती हैः सत्तन
सत्तन ने कहा कि सिंधिया के आने से आक्रोश नहीं है। उनसे भाजपा को छूटी हुई सत्ता फिर से मिल गई है। पार्टी को इस बात का सुख मिला गया। दूसरा, सिंधिया ने दलबदल किया, इसे देखने की एक दृष्टि है। सिंधिया ने अपनी पार्टी को छोड़कर दलबदल किया और दूसरी पार्टी जॉइन की। वे अपनी पार्टी में यह कहकर विदा हुए कि हमारा यहां सम्मान नहीं हो रहा है। उन्हें यहां पद यानी सम्मान मिल गया। विजयवर्गीय के बयान कि बीजेपी को बीजेपी ही हरा सकती है, उन पर उन्होंने कहा कि कैलाश ने बिल्कुल सही कहा। कार्यकर्ताओं का असंतोष काम करेगा तो बीजेपी को बीजेपी हराएगी। अन्यथा लोगों के अंतर्मन में जो भाजपा के प्रति जो सम्मान है वह अपने आप में अभिनव है। कर्नाटक में पार्टी घुस गई फाटक में, इस कविता को लेकर सत्तन ने कहा कि मेरा मतलब था कि पहले पार्टी को वहां प्रवेश नहीं था, वह अब प्रवेश कर रही है, यानि फाटक में घुस गई है।
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बीजेपी को कोई फर्क नहीं पड़ता हैः आकाश
विधायक आकाश विजयवर्गीय ने कहा है कि कोई भी नेता पार्टी छोड़ दे बीजेपी को कोई फर्क नहीं पड़ता है। उनका यह बयान पूर्व मंत्री दीपक जोशी के मामले में आया है। विजयवर्गीय ने कहा कि दीपक जोशी जी का जाना बहुत दुखद है। अब यह न हो सभी यह प्रयास करेंगे। मैं बीजेपी से जुड़े सभी लोगों से यही कहना चाहता हूं कि शिकायतें तो सभी की होती हैं। यदि आपकी भी कोई शिकायत है तो अपने बड़े नेताओं को बताएं और अपनी बात हर स्तर तक पहुंचाएं। कहीं न कहीं कोई न कोई समाधान जरूर निकलता है। शीर्ष नेता हर तरह के निर्णय लेने के लिए सक्षम हैं इसीलिए उन्हें उस पद पर बैठाया गया है। यह भी सच नहीं है कि सुनवाई नहीं होती है। मेरा तो यही अनुभव है कि जब भी कुछ कहा जाए सभी नेता आपकी बात सुनते हैं। दीपक जोशी के बाद मुझे नहीं लगता कि कोई भी नेता अब पार्टी छोड़कर जाएगा। सभी इस विषय पर काम करेंगे।
सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ी तो कांग्रेस खत्म हो गई
भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं की पार्टी है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ी तो कांग्रेस खत्म हो गई। शरद पवार ने महाराष्ट्र में पार्टी छोड़ी तो वहां पर उनकी पार्टी खत्म हो गई। बीजेपी में यह नहीं होता है। यहां पर कोई भी नेता पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता है। यह कार्यकार्ताओं की पार्टी है इसलिए यहां पर नेताओं के जाने से फर्क नहीं पड़ता है।