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BHOPAL. जय आदिवासी युवा शक्ति में दो फाड़ हो गई है। जयस के दोनों गुट खुलकर आमने-सामने आए हैं। दरअसल, पार्टी के स्थापना दिवस पर कार्यक्रम को लेकर अलग-अलग आंदोलन होगा। एक गुट राजधानी भोपाल में तो वहीं दूसरा गुट इंदौर में शक्ति प्रदर्शन करेगा।
भोपाल में जयस के एक गुट ने डॉ. अलावा को किया साइडलाइन
बताया जा रहा है कि एक गुट लोकेश मुजाल्दा के नेतृत्व में भोपाल में बड़ा आंदोलन करेगा। वहीं दूसरा गुट इंदौर में डॉ. हीरालाल अलावा के नेतृत्व में शक्ति प्रदर्शन करेगा। मंगलवार को भोपाल में जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन के एक गुट ने डॉ. हीरालाल अलावा को साइडलाइन कर दिया है। वह वर्तमान में कांग्रेस के विधायक है। एक गुट की कार्यकारिणी की बैठक भोपाल में आयोजित की गई।
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जयस एक स्वतंत्र सामाजिक युवाओं का संगठन हैं
इसमें राष्ट्रीय प्रभारी के पद को विलोपित कर राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद बनाया गया। इस पर लोकेश मुजाल्दा की नियुक्ति की गई है। जयस संगठन के दूसरे गुट के संरक्षक विधायक डॉ. हीरालाल अलावा है। बता दें कि जयस की स्थापना 16 मई 2013 को मध्यप्रदेश के युवाओं द्वारा मिलकर की गई है। जयस एक स्वतंत्र सामाजिक युवाओं का संगठन हैं।
इन इलाकों में है जयस का होल्ड
आपको बता दें कि जयस का मध्यप्रदेश की आदिवासी बाहुल्य सीटों पर तगड़ा होल्ड माना जा रहा है। पिछली बार जयस के हीरालाल अलावा जहां कांग्रेस के टिकट पर मनावर से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। वहीं इस बार जयस ने एमपी में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में स्वतंत्र रुप से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। आपको बता दें कि मध्यप्रदेश के मालवा निमाड़ समेत कई आदिवासी जिले जिनमें धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगौन, खंडवा, मंडला, बालाघाट, अनूपपूर, डिंडौरी, राजगढ़, देवास जिलों की कई सीटों पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करवाई है। राजनीतिक पंडितों की मानें तो जयस इस बार मध्यप्रदेश की सत्ता बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इतना ही नहीं जयस से इस बार कई बड़े चेहरे भी मैदान में उतरने का विचार कर रहे हैं। इनमें मुख्य रूप से आनंद राय, लोकेश मुजाल्दा के नाम भी प्रमुख रुप से सामने आ रहे हैं। हालांकि इस बात की अभी अधिकारिक रुप से पुष्टि नहीं हुई है कि जयस से कौन से चहरे चुनाव लड़ेंगे, लेकिन इन दिनों जयस का दो भागों में टूटना जरूर चर्चा की विषय बना हुआ है।