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छत्तीसगढ़ के प्रशासनिक और राजनीतिक गलियारे इन दिनों बहुत गर्म रहते हैं। एक के बाद एक खबरें चर्चा में आ ही जाती हैं। हम लाख छुपाएं, मगर दुनिया को पता चल जाता है की तर्ज पर बात छनछनकर ही बाहर आ ही जाती है।
प्रदेश के कुछ साहब हैं, जिनकी कमाई को मेडम इन्वेस्ट कर रही हैं। यह बात इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि वे जाती रेल से हैं और आती हवाई जहाज से हैं। वहीं मनचाही पोस्टिंग के लिए मुनीम साहब ने अधिकारियों को एप्पल बांट दिया। ऐसी अनसुनी खबरों को जानने के लिए पढ़िए द सूत्र का साप्ताहिक कॉलम सिंहासन छत्तीसी।
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मेडम कर रहीं सर की कमाई का इन्वेस्टमेंट
साहबों की काली कमाई का इन्वेस्टमेंट उनकी मेडमों के जिम्मे है। साहब कमाई कर रहे हैं और मेडम इन्वेस्ट मेंट। छत्तीसगढ़ के अफसरों की चर्चा तो देशभर में हो रही है। हम बात कर रहे है कुछ ऐसे अफसरों की जिनकी कमाई को इधर उधर करने का जिम्मा उनकी पत्नियों पर है।
ये मेडम महीने में दो_तीन बार कभी मायके जाती हैं तो कभी ससुराल तो कभी कहीं और। यह जाने की यात्रा करती हैं रेलवे के एसी फर्स्ट में। साथ में भारी बैग होते हैं और सुरक्षा के लिए एक चार की गार्ड भी। और हो भी क्यों न,आखिर रुतबेदार साहबों की पत्नियां जो हैं। जाहिर है बैग में कुछ ऐसा है जिसको गुप्त और सुरक्षित रखने की जरुरत है।
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जब ये वापस लौटती हैं तो फ्लाइट से। तब इनके पास वो बैग नहीं होता इसलिए सिक्यूरिटी चैकिंग में कोई झोल होने की संभावना ही नहीं। तो इस तरह चल रहा है साहबों का इन्वेस्टमेंट। इन साहबों में कुछ आईएएस तो कुछ आईपीएस अफसर शामिल हैं और यह अफसर अहम पदों पर विराजमान हैं तभी तो इतनी कमाई हो रही है भाई।
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अच्छी पोस्टिंग पाने,मुनीम ने बांटे एप्पल
नक्सली हेड हिडमा के इलाके जगरगुंडा में सरकार ने कैंप खोलकर अपनी पीठ थपथपा तो ली लेकिन इस संवेदनशील क्षेत्र में जवानों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। एसडीओपी की नियुक्ति की गई थी जो कि रेप के मामले में फरार है। एडिशनल एसपी जगरगुंडा आज तक वहां नहीं गए है और सुकमा मुख्यालय में ही हमले के डर से दुबके हुए है। यहां तक कि वो जवानों का फोन उठाने या मिलने की भी जहमत नहीं उठाते।
ऐसे में सरकार के नक्सल अभियान की पोल यही खुलती दिखाई दे रही है जहां अधिकारी स्वयं डरा हुआ हो वहां कर्मचारियों का मनोबल क्या होगा। उड़ती खबरें मिली है कि वरिष्ठ अधिकारियों और नेताओं को नववर्ष में "एप्पल" खिलाकर ये अधिकारी महोदय बड़े चैन सुकून से मुख्यालय में डटे रहने में कामयाब हो गए हैं। यही नहीं शासन के नुमाइंदों के पांव पकड़कर जल्द ही अच्छी पोस्टिंग पाने की फिराक में भी है। लेखा जोखा रखने में तेज इन साहब को लोग मुनीम के नाम से भी जानते हैं।
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बुद्ध की शरण में साहब
छत्तीसगढ़ सरकार में बेहद अहम पद पर रहे साहब अब भगवान बुद्ध की शरण में हैं। जाहिर है जोरदार काम करने के बाद बुद्ध शरणमं गच्छामि होना भी चाहिए। छत्तीसगढ़ में साहब बहुत चर्चा में रहे हैं। सबसे ज्यादा चर्चा उनकी कुछ महिला मित्रों की नजदीकियों को लेकर रही है। यह महिला मित्र भी उनकी मातहत काम करती रही हैं। जब किसी ने उनको साहब के घर पर देख लिया तो बात बाहर आ गई। नतीजा ये हुआ कि मित्रों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। साहब आईइपीएस हैं और फिलहाल छत्तीसगढ़ में पोस्टेड नहीं हैं।