BHOPAL. भारतीय जनता पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में मजबूत रणनीति बनाने में जुटी है। इसमें कई बड़े फैसले होने हैं। रणनीति के तहत केंद्रीय जल शक्ति एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री प्रहलाद पटेल को विधानसभा चुनाव में उतारने का फैसला पार्टी ले चुकी है। सूत्रों के मुताबिक दमोह सांसद पटेल को नरसिंहपुर सीट से चुनाव लड़वाया जा सकता है। पटेल पिछड़ा वर्ग के एक बड़ा चेहरा है। वे बीजेपी आलाकमान के भी पसंदीदा हैं।
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सीट का अंतिम फैसला पार्टी करेगी
सूत्रों के मुताबिक प्रहलाद पटेल का चुनाव लड़ना तय है। सीट का अंतिम फैसला पार्टी करेगी। मजबूत संभावना नरसिंहपुर सीट की है। इस सीट पर फिलहाल पटेल के भाई जालम सिंह पटेल विधायक हैं। एक परिवार से दो विधायक पर सवाल न उठे इससे बचने के लिए भी नरसिंहपुर सीट का चयन होने की संभावना प्रबल दिख रही है।
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लोधी समाज का प्रदेश की 65 सीटों पर प्रभाव
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार राजपूत लोधी समाज का प्रदेश की करीब 65 सीटों पर प्रभाव है। पटेल इसी समाज से आते हैं। ऐसे में उनके विधानसभा चुनाव लड़ने से भाजपा को इन सीटों पर लाभ मिलेगा। पटेल लोधी समाज के साथ दूसरे वर्गों में भी अपने सरल, सहज स्वाभाव चलते पैठ रखते हैं। एक अन्य विश्लेषक का मानना है कि पटेल एक निर्विवाद नेता रहे हैं। प्रदेश भाजपा को पिछड़ा समाज के एक ऐसे चेहरे की जरुरत भी है।
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1989 में पहली बार बने सांसद
प्रहलाद पटेल करीब 45 सालों से राजनीति में सक्रिय हैं। 1989 में पहली बार संसद पहुंचे। 2003 में वह अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में कोयला राज्य मंत्री भी रहे। अभी मोदी कैबिनेट में जल शक्ति एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हैं। साल 1980 वह जबलपुर विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष चुने गए थे। इसके बाद उन्होंने राजनीति में कभी पलटकर नहीं देखा। PSC की परीक्षा पास करने के बाद डीएसपी की नौकरी ज्वाइन करने के बजाय लॉ की डिग्री हासिल की और बाद में राजनतिक जीवन में आ गए।