संजय गुप्ता, INDORE. मप्र कांग्रेस कमेटी ने अपने प्रदेश कांग्रेस विधि और मानवाधिकार विभाग में नियुक्तियां की है। इसमें इंदौर के अधिवक्ता अंशुमन श्रीवास्तव को इसका प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है, साथ ही उन्हें दोहरी जिम्मेदारी देते हुए प्रदेश प्रवक्ता पद भी दिया गया है। इसके साथ ही अधिवक्ता गौरव वर्मा को इसी विभाग में पदोन्नत करते हुए सचिव की जगह अब प्रदेश उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई है। वर्मा बोरांसा देवास जिले के गांव से आते हैं। वहीं इंदौर से ही अजय बागड़िया ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस के मप्र अध्यक्ष है।
चुनाव के दौरान शिकवा-शिकायतों में रहेगी अहम भूमिका
यह विभाग मुख्य रूप से कांग्रेस को कानूनी मामलों मे मदद करता है और अपनी अहम राय देता है। फिलहाल इस विभाग की भूमिका अब सबसे ज्यादा बढ़ने वाली है, क्योंकि विधानसभा चुनाव के दौरान ही सबसे ज्यादा शिकायतें होती है। इसमें यह विभाग ही तय करेगा कि किस तरह आगे चुनाव में आचार संहिता को लेकर शिकायतों को ड्राफ्ट किया जाना है और कैसे उन्हें आगे करना है। वहीं कांग्रेस व उनके प्रत्याशियों के खिलाफ होने वाली शिकायतों के जवाब बनाने में भी इस विभाग की भूमिका अहम रहेगी। यानि इंदौर के यह अधिवक्ताओं की अगले चुनाव के दौरान अहम भूमिका रहने वाली है।
शहराध्यक्ष का इंतजार पांच माह से हो रहा
उधर कांग्रेस शहराध्यक्ष पद के लिए करीब पांच माह से इंतजार किया जा रहा है। जनवरी माह के अंत से यह पद खाली है और प्रभार महेंद्र जोशी संभाले हुए हैं। इसके लिए कई बड़े नाम छंट गए हैं और रेस से बाहर हो चुके हैं, जिसमें अश्विन जोशी, रघु परमार, विनय बाकलीवाल जैसे नाम भी शामिल है। अरविंद बागड़ी फिलहाल रेस में हैं, गोलू अगिनहोत्री उनके पीछे हैं। लेकिन प्रदेश कांग्रेस कोई चौंकाने वाला नाम ऐनवक्त पर ले आए तो कई बड़ी बात नहीं, क्योंकि बागड़ी ने शोभा ओझा और जीतू पटवारी से ज्यादा पहुंच लगाई है, जो कमलनाथ को पसंद नहीं आई है। इसी तरह गोलू का चिंटू चौकसे व अन्य को लेकर दिल्ली जाना भी भोपाल पचा नहीं पा रहा है।