100 students of Chhattisgarh stranded in Kyrgyzstan Violence : किर्गिस्तान में छत्तीसगढ़ के लगभग 100 से ज्यादा मेडिकल स्टूडेंट कैदियों की जिंदगी जी रहे है। सभी स्टूडेंट्स को हॉस्टल तो दूर कमरे से भी बाहर जाने की इजाजत नहीं है। राजधानी बिश्केक से शुरू हुई हिंसा ( Kyrgyzstan Violence ) कई अन्य राज्यों में भी फैली है। चारों तरफ दहशत का माहौल बना हुआ है। स्टूडेंट्स ने वीडियो संदेश जारी कर छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मदद करने की गुहार लगाई है। हालांकि वहां की सरकार ने हॉस्टल के बाहर पुलिस के जवान तैनात कर दिए हैं।
कमरे से भी बाहर निकलने की इजाजत नहीं
कॉलेज प्रबंधन ने स्टूडेंट्स की पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन क्लासेज शुरु करवा दी है। दूसरी ओर मारपीट का वीडियो वायरल होने और वहां फैली हिंसा के चलते पैरेंट्स की चिंता बढ़ गई है। उनका कहना है कि भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार उनके बच्चों की सुरक्षित वापसी का इंतजाम जल्द से जल्द करें।18 मई से सभी भारतीय स्टूडेंट्स अपने हॉस्टल या फ्लैट में कैद हैं। उन्हें कमरे से भी बाहर निकलने की इजाजत नहीं है।
कॉलेज जाने की परमिशन नहीं
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा की रहने वाली शिवानी तांबोली, बिलासपुर के मस्तूरी निवासी विजय मंडल और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के गौरेला की रहने वाली छात्रा आयशा शेरेन रॉय किर्गिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई करने। इसी दौरान अचानक किर्गिस्तान में हिंसा भड़कने पर हॉस्टल लॉकडाउन में फंस गए है। फंसे स्टूडेंट्स ने अपने माता पिता को एक वीडियो भेजा है जिसमें उन्होंने बताया कि, हमें हॉस्टल से बाहर नहीं निकलने ही हॉस्टल के बहार पुलिस बल तैनात है। हमारी क्लास ऑनलाइन हो रही है। कॉलेज जाने की परमिशन नहीं है।
हॉस्टल में भेज रहे खाना
फंसे स्टूडेंट्स ने परिजन को फोन पर बताया कि, 13 मई को हुए विवाद के बाद लोकल छात्रों ने बाहरी छात्रों के हॉस्टल में हमला कर दिया। इससे कॉलेज जाना बंद हो गया है। चारों तरफ दहशत का माहौल है। फिलहाल मैं ऑनलाइन क्लास कंडक्ट कराई जा रही है। लोकल मैनेजमेंट हेल्प कर रहा है, वह भोजन हॉस्टल में ही भिजवा रहे हैं। अभी माहौल कुछ ठीक है, पर छात्रों को अब भी बाहर निकलने नहीं दे रहे हैं। यूनिवर्सिटी प्रबंधन की ओर से सभी को घर भेजने का इंतजाम किया जा रहा है।
किर्गिस्तान में क्या हुआ
मीडिया रिपोर्टे्स के अनुसार, बिश्केक में 13 मई को मिस्र और किर्गिज छात्रों के बीच झगड़ा हुआ था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद स्थानीय किर्गिज छात्रों ने भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेशी छात्रों पर निशाना बनाया। किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में 17 मई की रात भारतीय और पाकिस्तानी छात्रों से मारपीट की गई। स्थानीय छात्र उन हॉस्टल्स में घुस गए जहां भारतीय, पाकिस्तानी और बांग्लादेशी स्टूडेंट्स रह रहे थे। किर्गिस्तान की मीडिया के अनुसार हिंसा में 29 छात्र घायल हुए। इस बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने छात्रों से हॉस्टल से बाहर निकलने को मना कर दिया। साथ ही छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दूतावास ने 24×7 इमरजेंसी नंबर 0555710041 जारी किया। गौरतलब है कि भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश से बड़ी संख्या में छात्र किर्गिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई करने जाते हैं।
किर्गिस्तान हिंसा | किर्गिस्तान में फंसे छत्तीसगढ़ के स्टूडेंट्स | छत्तीसगढ़ सरकार