छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित जैन मंदिर में बड़ी चोरी हुई। इस चोरी को मंदिर में काम करने वाले माली ने ही अंजाम दिया था। मंदिर के माली ने प्लान बनाकर 15 लाख से अधिक की चोरी करके फरार हो गया था। इसमें उसके भाई और मां ने मदद की थी। इसके बाद सोने-चांदी का चुराया हुआ समान लेकर भोपाल चले गए। जांच के दौरान जब पुलिस ने माली से पूछताछ की तो वह सवालों के जवाब देते वक्त उलझ गया।
इस मामले में पुलिस ने भोपाल निवासी संदीप माली (27), सागर माली (25) और उनकी मां सुषमा माली(48) को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी हुए करीब 15 लाख का माल भी बरामद कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक, लाभाण्डी इलाके में 1008 पदम प्रभ दिगंबर जैन मंदिर स्थित है। 22 दिसंबर रात डेढ़ बजे के करीब चोर मंदिर के साइड वाले दरवाजे से भीतर घुसे। दरवाजे पर दो ताला लगा हुआ था जिसे उन्होंने आरी से काट दिया। अंदर घुसकर चोरों ने सबसे पहले चारों तरफ का मुआयना किया। फिर CCTV कैमरे के तारों को काट दिया।
चोरों ने जैन मंदिर से भगवान के ऊपर लगा हुआ गोल्ड पॉलिश तीन चांदी के छत्र, 5 पंचमेरू, 8 अष्ट प्रतिहार्य, 2 चांदी की बड़ी थाली, 1 सोने का कलश, 9 चांदी का अभिषेक कलश, 6 शांति धारा झारी, 4 छत्र चांदी, 2 चांदी की थाली, 3 आशिका, 5 छोटी चांदी की प्लेट, 1 चांदी का लोटा, एक चांदी की बड़ी गंजी, चांदी का चम्मच और अन्य सामान चोरी किया है। जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है।
सिक्योरिटी गार्ड भी था मौजूद
इस मामले में पुलिस को सुबह 5-6 बजे के करीब शिकायत मिली थी। तेलीबांधा पुलिस के टीम मौके पर पहुंची। मंदिर प्रबंधन ने सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी गार्ड भी तैनात किया है। गार्ड का कहना था है कि वारदात के वक्त उसकी आंख लग गई थी। उसे किसी भी तरह की कोई आवाज नहीं आई थी। जबकि चोरों ने आरी से ताला को काटा था।
जैन मंदिर में चोरी की घटना को किसने अंजाम दिया और उसने कैसे योजना बनाई?
जैन मंदिर में चोरी की घटना मंदिर में काम करने वाले माली संदीप माली ने अंजाम दी। उसने अपने भाई सागर माली और मां सुषमा माली की मदद से चोरी की योजना बनाई। चोरी के बाद तीनों चुराए हुए सामान के साथ भोपाल भाग गए।
चोरों ने मंदिर से क्या-क्या चुराया और पुलिस ने क्या बरामद किया?
चोरों ने मंदिर से गोल्ड पॉलिश तीन चांदी के छत्र, 5 पंचमेरू, 8 अष्ट प्रतिहार्य, 2 चांदी की बड़ी थाली, 1 सोने का कलश, 9 चांदी के अभिषेक कलश, 6 शांति धारा झारी और अन्य कीमती सामान चुराए। पुलिस ने उनके पास से करीब 15 लाख रुपये का चुराया हुआ सामान बरामद किया।
चोरी के दौरान सिक्योरिटी गार्ड की क्या भूमिका थी?
सिक्योरिटी गार्ड घटना के समय मौजूद था, लेकिन उसने बताया कि चोरी के वक्त उसकी आंख लग गई थी और उसे किसी भी प्रकार की आवाज सुनाई नहीं दी। चोरों ने आरी से ताला काटकर चोरी की।