Mahtari Vandan Scheme में लोगों ने किया Scam... 15000 फॉर्म रिजेक्ट
छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना का लाभ कई अपात्र लोग उठा रहे हैं। बता दें कि सनी लिओनी को महतारी वंदन का पैसा मिलने के बाद इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है।
छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना का लाभ कई अपात्र लोग उठा रहे हैं। बता दें कि सनी लिओनी को महतारी वंदन का पैसा मिलने के बाद इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मामले की गंभीरता को देखते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने बड़ी कार्रवाई की है। अधिकारियों ने आवेदन फॉर्म्स का फिर से जांच किया है।
इस जांच में यह खुलासा हुआ है कि सनी लिओनी जैसे 15000 अपात्र लोगों को महतारी वंदन योजना का लाभ मिल रहा था। जांच के बाद 15 हजार से ज्यादा आवेदनों को निरस्त किया गया है। योजना के तहत पैसा लेने वाले कई अपात्रों से अब रिकवरी भी की जा रही है। बता दें कि बस्तर जिले के तालुर गांव में महतारी वंदन योजना के लिए सनी लियोनी, पति जॉनी सीन्स के नाम का आवेदन डाला था। इस आवेदन को सुपरवाइजर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने सत्यापित कर आगे फॉरवर्ड भी किया था।
महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों के अनुसार आवेदन फॉर्म जमा करने के दौरान आवेदनकर्ताओं से शपथ पत्र लिया गया था। इसी एफिडेविट को आधार बनाकर अपात्रों से रिकवरी की जा रही है। अपात्रों के साथ ही योजना की मॉनिटरिंग में लापरवाही बरतने वाले विभागीय कर्मचारियों और अधिकारियों पर भी कार्रवाई की गई है।
महतारी वंदन योजना में कितने अपात्र लोगों को लाभ मिल रहा था, और इस पर क्या कार्रवाई की गई?
जांच में खुलासा हुआ कि महतारी वंदन योजना का लाभ 15,000 से अधिक अपात्र लोगों को मिल रहा था। इस मामले में 15,000 से अधिक आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है और अपात्र लाभार्थियों से राशि की रिकवरी की जा रही है।
सनी लियोनी और जॉनी सीन्स का नाम महतारी वंदन योजना से कैसे जुड़ा?
बस्तर जिले के तालुर गांव में महतारी वंदन योजना के लिए सनी लियोनी और जॉनी सीन्स के नाम से आवेदन किया गया था। इस फर्जी आवेदन को सुपरवाइजर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने सत्यापित कर आगे बढ़ा दिया। जांच के बाद इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।
योजना में हुई गड़बड़ी को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?
महिला एवं बाल विकास विभाग ने आवेदन फॉर्म्स की दोबारा जांच की और अपात्र लाभार्थियों से शपथ पत्र के आधार पर राशि की रिकवरी शुरू की है। साथ ही, योजना की मॉनिटरिंग में लापरवाही बरतने वाले विभागीय कर्मचारियों और अधिकारियों पर भी कार्रवाई की गई है।