अरुण तिवारी, RAIPUR. सारंगगढ़ जिले का 23 साल का एक लड़का शिवा ( Shiva ) इन दिनों बहुत चर्चा में है। चर्चा इसलिए क्योंकि चंद महीने में एक कारपेंटर मर्सडीज़ में घूमने लगा, महलों जैसा घर बना लिया और हवाई यात्राएं करने लगा। मेहनत और खून पसीने से तो ये संभव नहीं। ज़ाहिर है कुछ तो बात है। सोशल मीडिया पर आपने इससे जुड़ी कुछ खबरें भी देखी होंगी। लेकिन हम इससे आगे की कहानी आपको बता रहे हैं। अपनी कहानी बताने शिवा ने द सूत्र से बात की।। देखिए रायकोना से हमारे ब्यूरोचीफ अरुण तिवारी की ये रिपोर्ट
दो गाड़ियां मेरी बाकी दोस्तों की-शिवा
सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले का एक छोटा सा गांव रायकोना इन दिनों कुबेरधाम बना हुआ है। यहां पर कुबेर की कृपा 23 साल के युवा शिवा पर हो रही है। दर्ज़न भर मर्सडीज़ ( Mercedes ) और बीएमडब्ल्यू ( BMW ) जैसी गाड़ियों का काफिला निकलता है तो ऐसा लगता है मानों कोई बड़ा राजनेता या उद्योगपति गुज़र रहा है। आलीशान घर है और हवाई यात्राओं और घूमने फिरने का शौकीन है। पहली बार द सूत्र से शिवा ने ऑफ स्क्रीन बात की। शिवा कहता है कि उसके पास सिर्फ दो गाड़ियां हैं वो उसके पिता के नाम पर कर्ज से ली हुई हैं। बाकी सब दोस्तों की हैं। कोई भी लग्ज़री गाड़ी उसके नाम पर नहीं है। वो और उसके पिता बढ़ई यानी कारपेंटर का काम करते हैं। उनके पास 10 एकड़ जमीन है जिस पर खेती करते हैं।
ब्याज से कैसे करोड़पति बना शिवा !
चंद महीनों में ये चमत्कार कैसे हुआ। कैसे एक मामूली सा कारपेंटर जिसके पास सिर्फ 10 एकड़ जमीन है वो करोड़पति हो गया। कहा जा रहा है कि शिवा चिट फंड कंपनी चलाता है। जमा रकम पर 30 फीसदी ब्याज देता है। 5 महीने में रकम दोगुनी कर देता है। इस लालच में सारा इलाका है। इसलिए इस बारे में कोई कुछ नहीं बोलता।। शिवा भी इन सब बातों को झूठ बताता है। शिवा कहता है कि न तो वो कोई चिट फंड कंपनी चलाता है और न ही किसी से पैसे लेकर उनको दोगुना करता है। वो सिर्फ अपना पुश्तैनी काम करता है।
शिवा के खिलाफ थाना में दर्ज है FIR
ये बात सामने तब आई जब 23 फरवरी 2024 को शक्ति नगर में रहने वाले सौरभ अग्रवाल और सरिया के कंचनपुर निवासी कमल प्रधान ने पुलिस में शिकायत की । उन्होंने शिवा साहू और उसके साथियों पर 2 करोड रुपए की धोखाधड़ी करने की शिकायत की। जिसके बाद पुलिस ने शिवा साहू को बयान के लिए बुलाया तब बड़ी संख्या में रायकोना गांव के लोग ट्रैक्टर और महंगी गाड़ियों में बैठकर थाने का घेराव करने पहुंच गए। और पुलिस थाने से शिवा को छुड़ाकर ले गए। शिवा ने कहा कि उसे पुलिस ने थाने बुलाया इसलिए वो अपने बयान दर्ज कराने पहुंचा। जिन लोगों ने शिकायत की उन्होंने भी कहा कि मुझे उन्होंने पैसे नहीं दिए। जिन लोगों ने थाना घेरा मैं उनको नहीं जानता।
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शिवा की गाड़ियां उसके नाम पर नहीं
मामले में अब तक किसी के ऊपर कोई अपराध दर्ज नहीं हुआ है ना ही शिव साहू के ऊपर धोखाधड़ी का मामला और ना ही उसको छुड़ाकर ले जाने वाले लोगों के ऊपर शासकीय कार्य में बाधा का मामला। कमाल की बात ये भी है कि शिवा की ये गाड़ियां उसके नाम पर नहीं हैं बल्कि अलग अलग लोगों के नाम पर हैं। सरकार भी इस मामले में बहुत ज्यादा कुछ नहीं कहती। वित्त मंत्री ओपी चौधरी बस इतना कहते हैं कि गड़बड़ी होगी तो कार्रवाई होगी।
शिवा लग्ज़री गाड़ियों से करता है सफर
शिवा का सोशल मीडिया एकाउंट दिखाता है कि उसने रायकोना से लेकर बागेश्वर धाम,आगरा,मनाली और लद्दाख तक की यात्रा अपने दोस्तों के साथ इन्ही लग्ज़री गाड़ियों से सफर कर तय की है। शिवा अपने लोगों के लिए रॉबिनहुड भी बनता है। किसी बच्चे को साइकिल दिलाता है तो किसी को खाना खिलाता है। शिवा कहता है बच्चे ने उससे साईकिल के लिए चिट्ठी लिखी तो उसने दिला दी।। हम सब दोस्त मिलकर आपस में चंदा कर यह काम करते रहते हैं।
शिवा के गाड़ियों में 999 का कनेक्शन
शिवा की गाड़ियों में 999 कनेक्शन भी है। उसकी सभी गाड़ियों के नम्बर 999 से शुरू होते हैं। इस पूरे मामले में कई सवाल खड़े होते हैं। कैसे एक कारपेंटर करोड़पति हो गया। दाल में कुछ काला ज़रूर है। पुलिस भी कुछ ठोस कार्रवाई करने में नाकाम है। हकीकत जो भी हो वो जांच का विषय है। ये पूरी कहानी दिखाने के पीछे हमारा मकसद शिवा की शान में कसीदे गढ़ना नहीं है बल्कि हम लोगों को आगाह कर रहे हैं थोड़े से लालच में कहीं आप अपनी जीवन भर की कमाई न लुटा बैठें। इसलिए सतर्क रहिये और सुरक्षित रहिये।