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Raipur. छत्तीसगढ़ में एक बार फिर बाबागिरी शुरू हो गई है। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री के दौरे से सियासत गरमा गई है। बाबा ने छत्तीसगढ़ की धरती पर कदम रखते ही धर्मांतरण और हिन्दू एकता पर एक बार फिर बहस छेड़ दी।
बाबा ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर भी पलटवार किया। उधर सरकार बाबा की खातिरदारी में जुट गई। सरकारी विमान से उनको मंत्री गुरु खुशवंत साहेब सतना से रायपुर लेकर आये। भिलाई में 5 दिनों तक धीरेंद्र शास्त्री की हनुमत कथा का आयोजन किया गया है।
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भूपेश बघेल पर पलटवार:
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधा है। दरअसल, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पिछले दिनों अपने एक कार्यक्रम में धीरेंद्र शास्त्री को अंधविश्वास फैलाने वाला बताया था।
इसके बाद धीरेंद्र शास्त्री ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जवाब देते हुए कहा कि जिन नेताओं को हनुमान जी की भक्ति और राष्ट्र को जगाने का कार्य अंधविश्वास लगता है उन्हें भारत देश छोड़ देना चाहिए।
गुरु खुशवंत साहेब का कार्यक्रम-
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छत्तीसगढ़ में भी पदयात्रा:
धीरेंद्र शास्त्री ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ में भी एक पदयात्रा करेंगे। इतना ही नहीं जशपुर में एशिया की सबसे बड़ी चर्च के सामने ही मंच लगाकर हनुमान कथा भी करेंगे तो वही 27 दिसंबर को भिलाई की कथा स्थल में दिव्या दरबार लगाया जाएगा।
इसी दिव्य दरबार में जो व्यक्ति घर वापसी करना चाहता है वे धीरेंद्र शास्त्री के मंच पर घर वापसी भी कर सकते हैं।
सरकार की खातिरदारी:
25 दिसंबर से 29 दिसंबर तक धीरेंद्र शास्त्री की हनुमत कथा का आयोजन भिलाई के जयंती स्टेडियम में किया गया है। धीरेंद्र शास्त्री को लेने के लिए सरकार का स्टेट प्लेन लेकर मंत्री गुरु खुशवंत साहेब सतना गए और और बाबा को छत्तीसगढ़ लेकर आये।
जब हमने मंत्री खुशवंत साहेब से संपर्क किया तो उनके कार्यालय से जवाब आया। सरकारी विमान से किसी धर्मगुरु का आना जाना करना कहाँ तक सही है, इस सवाल पर जवाब आया कि मंत्री का सतना दौर था और वहां से लौटते समय विमान खाली था तो बाबा को साथ में ले आये।
हालांकि मंत्री का जो दौरा कार्यक्रम जारी हुआ उससे यही लगता है कि बाबा की खातिरदारी के लिए ही यह प्लान किया गया। वहीं बाबा को सैल्यूट करने वाले टीआई को लाइन अटैच कर दिया गया है।
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