Bhupesh Baghel CM tenure scams : भूपेश बघेल सरकार के समय बड़े-बड़े घोटाले हुए। इन घोटालों ने छत्तीसगढ़ को देश में घोटाला प्रदेश के रूप में कुख्यात कर दिया। यह घोटाले भूपेश के करीबी अफसरों ने किए। इसलिए बार बार जांच एजेंसियों की शक की सुई बघेल की तरफ घूमती गई। शराब,कोल और महादेव सट्टा एप जैसे घोटालों को मुद्दा बनाकर बीजेपी ने भूपेश सरकार को हराकर सत्ता हासिल कर ली। पीसीसी में रेड के बाद अब ईडी भूपेश बघेल के निवास तक पहुंच गई है।
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क्या है शराब घोटाला
Bhupesh Baghel के मुख्यमंत्री रहते हुए बड़ा शराब घोटाला हुआ। छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले की जांच ईडी कर रही है। ईडी के अनुसार शराब घोटाले से राज्य को राजस्व का भारी नुकसान हुआ है। 2,100 करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला हुआ हैं। इस मामले में अब तक कई नेता और अफसर गिरफ्तार हो चुके हैं। तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में हुए करीब दो हजार करोड़ रुपये से अधिक के इस घोटाला में ईडी पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, कांग्रेस नेता अनवर ढेबर, आईएएस अनिल टुटेजा, निरंजनदास, अरुणपति त्रिपाठी, अरविंद सिंह, विदु गुप्ता, त्रिलोक सिंह ढिल्लों समेत कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
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मनी लॉन्ड्रिंग करने के आरोप में 15 जनवरी को पूर्व मंत्री और कोंटा विधायक कवासी लखमा को गिरफ्तार किया गया था। जांच एजेंसी के सूत्र की मानें तो पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा पर इस शराब घोटाले में करीब 72 करोड़ रुपये कमीशन लेने का आरोप है। इसी को लेकर भूपेश बघेल के ठिकानों पर ED ने छापेमारी की है। अनिल टुटेजा आईएएस अफसर हैं, जब यह घोटाला हुआ तब वे वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के संयुक्त सचिव थे। दूरसंचार सेवा से प्रतिनियुक्ति पर आए त्रिपाठी आबकारी विभाग के विशेष सचिव और छत्तीसगढ़ मार्केटिंग कार्पोरेशन के एमडी थे। पूर्व मेयर ऐजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर कारोबारी हैं।
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कोल और महादेव सट्टा एप घोटाला
भूपेश बघेल पर अपने कार्यकाल के दौरान दो और भी बड़े आरोप लगे हैं। भूपेश बघेल पर महादेव सट्टा ऐप और कोल लेवी स्कैम में भी धांधली के आरोप हैं। भूपेश बघेल साल 2018 से 2023 के बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहे। वह छत्तीसगढ़ राज्य के तीसरे मुख्यमंत्री थे।वर्तमान में वह कांग्रेस महासचिव हैं। 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। कोल स्कैम के मामले में पूर्व आईएएस रानू साहू,समीर विश्नोई जेल में हैं। वहीं महादेव सट्टा एप से जुड़े कई लोगों को जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया गया है। इस मामले में भूपेश बघेल पर भी एफआईआर की गई थी।
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