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Bhupesh Baghel Government Cowdung Paint Scheme : भूपेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार गोबर पेंट योजना गोबर में मिल गई है। विष्णु सरकार आते ही गोबर पेंट बनाने की 70 यूनिट में से 53 यूनिट पर ताला लग गया है। यानी सिर्फ 17 यूनिट ही बमुश्किल चालू हैं। इस योजना को फायदे का सौदा बनाने के लिए सरकारी भवनों की पुताई इसी पेंट से करने का नियम बनाया गया था।
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सीएम को खुश करने के लिए अधिकारियों ने ये अधिकांश पेंट खरीद भी लिया लेकिन न भवनों की पुताई हुई और न ही गोबर पेंट का पता चला। वहीं एक लाख लीटर से ज्यादा पेंट बर्बाद हो गया। देखिए गोबर पेंट योजना के गोबर में मिलने की पड़ताल।
गोबर में मिली गोबर पेंट योजना
भूपेश सरकार ने किसानों को फायदा पहुंचाने और कैमिकल की जगह गोबर से बने पेंट को बढ़ावा देने के लिए गोबर पेंट योजना शुरु की थी। लेकिन इस योजना के परिणाम आने से पहले ही इस पर ताला लग गया है। इतना ही नहीं एक लाख लीटर से ज्यादा का गोबर पेंट बर्बाद भी हो गया।
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पांच साल में 18 करोड़ की लागत से गोबर पेंट बनाने वाली 70 मशीने खरीदी गईं। लेकिन सरकार बदल गई और योजना बंद हो गई। ये 70 मशीनें अलग अलग जिलों में भेजकर गोबर पेंट यूनिट शुरु की गई। वर्तमान में इनमें से 53 यूनिटों पर ताला लटक गया है। सिर्फ 17 यूनिट ऐसी हैं जो बमुश्किल चल रही हैं।
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इन जिलों में चल रहीं इतनी गोबर पेंट यूनिट :
कांकेर-1
बीजापुर - 1
दंतेवाड़ा - 1
कबीरधाम- 4
बलौदाबाजार- 1
जांजगीर चांपा- 1
सारंगढ़ - 1
भरतपुर- 1
कोरिया- 1
सूरजपुर- 2
गरियाबंद- 2
कोंडागांव- 1
कभी सीएम स्कूल जतन तो कभी पंचायत निर्माण से खरीदा गया पेंट
तत्कालीन सीएम भूपेश बघेल ने जब यह योजना शुरु की थी तो यह नियम बनाया गया था कि हर सरकारी भवन में गोबर पेंट से ही पुताई होगी। अधिकारियों ने सीएम को खुश करने के लिए कई जिलों में यह पेंट खरीद भी लिया गया। इस दौरान 3 लाख 51 हजार 453 लीटर पेंट का उत्पादन हुआ। कई जिलों में विभिन्न मदों से यह पेंट खरीदा गया।
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किसी ने सीएम स्कूल जतन योजना तो किसी ने पंचायत भवन निर्माण के मद से इस गोबर पेंट की खरीदी कर ली। अधिकारियों ने जिलों के सरकारी भवन पुतवाने के लिए 2 लाख 17 हजार 402 लीटर पेंट खरीद लिया।
बचा हुआ 1 लाख 34 हजार 51 लीटर गोबर पेंट बर्बाद हो गया। इसकी खरीदी नहीं हो पाई। इसके बाद सरकार बदली और सरकारी भवनों को गोबर पेंट से पोतने की योजना पर गोबर फिर गया।
इन मदों से खरीदा गया गोबर पेंट :
सूरजपुर - रीपा
सक्ति - 15वें वित्त आयोग में मूलभूत आवश्यकता
मुंगेली - ग्रामीण यांत्रिकी सेवा
धमतरी - मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना
मोहला मानपुर - जनपद विकास
बेमेतरा - 15वें वित्त आयेाग
कोंडागांव - पंचायत निर्माण
नारायणपुर - आकस्मिक व्यय
अन्य जिलों - विभागीय मद
गोबर की योजनाओं में अनियमितता
बीजेपी कहती है कि कांग्रेस सरकार में गोबर से जुड़ी जितनी योजनाएं थीं उन सबमें घोटाला किया गया है। वो चाहे गोठान,गोबर खरीदी या गोबर पेंट योजना हो। गोबर खरीदी में तो बड़ा घोटाला हुआ है। इन सबकी जांच होनी चाहिए।
वहीं कांग्रेस का कहना है कि सरकार सिर्फ झूठे आरोप लगा रही है और किसानों और गरीबों से जुड़ी योजनाओं को बंद कर उनका बड़ा नुकसान कर रही है।