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पत्रकार की हत्या का मामला
पत्रकार मुकेश चंद्रकार (Mukesh Chandrakar) ने हाल ही में सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार और घटिया गुणवत्ता के खिलाफ खबरें दिखाई थीं। इसके बाद सुरेश चंद्रकार ने अपने भाइयों के साथ मिलकर पत्रकार की बेरहमी से हत्या कर दी। मुकेश का शव 3 जनवरी को सुरेश के बाड़े के सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया। इस मामले में अब तक सुरेश चंद्रकार, रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्रकार और महेंद्र रामटेके को गिरफ्तार किया जा चुका है। शुरुआती जांच में यह पाया गया कि मुकेश की हत्या में सुरेश चंद्रकार मास्टरमाइंड था।
मुख्य आरोपी और चार्जशीट
इस मामले में अब तक नौ लोगों पर चार्जशीट दाखिल की गई है। जांच में यह सामने आया कि मुख्य आरोपी सुरेश चंद्रकार ने अपने भाइयों के साथ मिलकर पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या की योजना बनाई थी। पुलिस ने घटना के बाद सुरेश के कब्जे से चार गाड़ियां और हत्या में प्रयुक्त एजेक्स भी जब्त कर मामले की गंभीरता को उजागर किया है।
बीजापुर पत्रकार हत्याकांड: मुख्य बातें
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गिरफ्तारी और जांच का दायरा
SIT के अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और तेलंगाना की पुलिस मिलकर अभियान चलाया। जांच में यह भी सामने आया कि सुरेश ने चार दिन पहले ही अपने भाइयों के साथ हत्या की योजना बनाई थी। हाईकोर्ट की जमानत खारिज करने की कार्रवाई यह स्पष्ट करती है कि न्यायपालिका इस मामले में किसी भी तरह की ढील नहीं दिखा रही है। पत्रकारों की सुरक्षा और भ्रष्टाचार के खिलाफ साहसिक कदम उठाने वालों के लिए यह एक महत्वपूर्ण संदेश है।