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Bijapur. छत्तीसगढ़–महाराष्ट्र सीमा पर स्थित बीजापुर जिले में सुबह से सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच भारी मुठभेड़ जारी है। यह मुठभेड़ बीजापुर और महाराष्ट्र के गढ़चिरौली के बीच स्थित नेशनल पार्क इलाके में हो रही है। सूत्रों के अनुसार मुठभेड़ में कई नक्सलियों के मारे जाने की संभावना जताई जा रही है, जबकि अधिकारियों ने अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
जवानों ने एक बड़े नक्सल लीडर को घेर लिया है, जिस कारण जंगलों में दोनों तरफ से फायरिंग लगातार जारी है। इलाके में भारी सुरक्षा बल की तैनाती की गई है और ऑपरेशन को तीव्र गति से आगे बढ़ाया जा रहा है।
बीजापुर SP ने की पुष्टि
बीजापुर SP डॉ. जितेंद्र यादव ने मुठभेड़ की आधिकारिक पुष्टि की। उन्होंने बताया - “बीजापुर–गढ़चिरौली बॉर्डर पर पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। ऑपरेशन अभी जारी है। नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि सर्च ऑपरेशन के बाद होगी।” उन्होंने स्पष्ट किया कि इलाके में नक्सलियों की बड़ी मूवमेंट की सूचना मिलने पर सुरक्षाबल ने कार्रवाई शुरू की थी।
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रविवार को गरियाबंद में भी 4 घंटे चली फायरिंग
मुठभेड़ घटनाओं का सिलसिला लगातार जारी है। रविवार को गरियाबंद जिले में भी पुलिस और नक्सलियों के बीच करीब 4 घंटे तक भारी फायरिंग हुई। जंगल का फायदा उठाते हुए नक्सली भाग निकले थे। पुलिस ने पूरे क्षेत्र में सर्चिंग बढ़ा दी है और सघन कॉम्बिंग अभियान चलाया जा रहा है।
6 दिन पहले तेलंगाना बॉर्डर पर हुई थी बड़ी कार्रवाई
इससे पहले 5–6 नवंबर को छत्तीसगढ़–तेलंगाना बॉर्डर पर स्थित बीजापुर जिले के अन्नाराम और मरीमल्ला जंगलों में भीषण मुठभेड़ हुई थी।
उस मुठभेड़ में 3 नक्सली मारे गए थे, कई घायलों के भागने की आशंका जताई गई थी, बड़ी मात्रा में हथियार बरामद हुए थे. मुठभेड़ मद्देड एरिया कमेटी के नक्सलियों से हुई थी तेलंगाना और छत्तीसगढ़ पुलिस की संयुक्त टीम ने उस ऑपरेशन को अंजाम दिया था।
ऐसे समझें पूरी खबर:
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सघन कॉम्बिंग जारी – दहशत में नक्सली
सुरक्षा बलों ने बॉर्डर एरिया के कई गांवों को कवर करते हुए जंगलों में नक्सल मूवमेंट ट्रैक करने के लिए ड्रोन और सर्च टीमों को भी लगाया है। नक्सलियों के भागने के संभावित रास्तों को सील कर दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार 2–3 दिनों तक ऑपरेशन लगातार चल सकता है और जंगल के घने क्षेत्र में छिपे नक्सलियों की घेराबंदी को मजबूत किया गया है।
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