छत्तीसगढ़ के गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में शुक्रवार शाम को एक बाघ का शव मिलने से हड़कंप मच गया है। भरतपुर-सोनहत वन परिक्षेत्र में स्थानीय ग्रामीणों ने देवशील कटवार के पास नदी किनारे रेत में बाघ का शव देखा। शुरुआत में बाघ को देख ग्रामीण घबरा गए, लेकिन बाघ की निष्क्रियता देख उन्होंने वन विभाग को सूचना दी।
वन विभाग कर रहा है जांच
सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची और बाघ के शव की जांच की। अब तक मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है, और इसके लिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि बाघ की मौत कैसे हुई है।
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बाघ की हालिया गतिविधियों पर नजर
गौरतलब है कि गुरु घासीदास नेशनल पार्क में बाघों की आमद हाल ही में बढ़ी है। लगभग दस दिन पहले, बैकुंठपुर वन परिक्षेत्र में इसी बाघ को देखा गया था, जब उसने दो भैंसों का शिकार किया था। शिकार करते समय का बाघ का वीडियो वन विभाग के ट्रैप कैमरे में भी कैद हुआ था, जिसमें वह मांस खाते नजर आया था।
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विशेषज्ञ टीम कर रही है मौत की जांच
बाघ की अचानक मौत की खबर से वन विभाग सतर्क हो गया है। विशेषज्ञों की एक टीम घटनास्थल पर भेजी गई है, जो बाघ की मौत के कारणों की जांच कर रही है। हालांकि शुरुआती जांच में बाघ के शरीर पर किसी तरह के चोट के निशान नहीं पाए गए हैं, फिर भी वन विभाग इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही करेगा।