रंजीता कोरेटी ने जूडो इंटरनेशनल में जीता गोल्ड, विदेशी छोरियों को दी मात
रंजीता कोरेटी ने ताईपे (ताईवान) में एशियन कैडेट चैंपियनशिप 2025 में गोल्ड मेडल जीता है। उन्होंने इंटरनेशनल लेवल पर छत्तीसगढ़ और कोंडागांव जिले का नाम रोशन किया है।
CG News।छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित रहे कोंडागांव जिले की बालिका ने इंटरनेशनल लेवल पर भारत का मान बढ़ाया है। साथ ही छत्तीसगढ़ के साथ- साथ अपने जिले का नाम भी रोशन किया है।
रंजीता कोरेटी ने ताईपे (ताईवान) में आयोजित एशियन कैडेट चैंपियनशिप 2025 में अपनी अपनी प्रतिभा दिखाई। जूडो की इस प्रतियोगिता में रंजीता ने कई विदेशी खिलाड़ियों को मात दी और गोल्ड मेडल हासिल किया। इस जीत से न सिर्फ छत्तीसगढ़, बल्कि इससे भारत को भी गर्व महसूस हुआ है।
2021 में शुरू किया था खेल
रंजीता ने अपने खेल की शुरुआत आई.टी.बी.पी. के माध्यम से शुरू की थी। यहीं उन्होंनें जूडो की बारीकियां सीखीं। इसके बाद 2021 में ओपन नेशनल जूडो टूर्नामेंट चंडीगढ़ में हिस्सा लिया। उन्होंने न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी मेहनत और प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया।
रंजीता ने अपने खेल जीवन की शुरुआत 2021 के ओपन नेशनल जूडो टूर्नामेंट चंडीगढ़ से की। जहां उन्होंने 40 किलोग्राम वर्ग में बेहतरीन प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्होंने 2022 में ओपन नेशनल जूडो प्रतियोगिता भोपाल में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया।
खेलो इंडिया 2024 केरल में आयोजित जूडो प्रतियोगिता में रंजीता ने 52 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मेडल जीता। इसके बाद, महाराष्ट्र के नासिक में आयोजित खेलो इंडिया क्षेत्रीय जूडो 2024 में गोल्ड मेडल जीता। उसी साल त्रिसूर (केरल) में भी 52 किलोग्राम में गोल्ड मेडल हासिल किया।
शॉर्ट में समझें रंजीता का गोल्ड तक का सफर
रंजीता कोरेटी ने जीता गोल्ड: कोंडागांव की रंजीता कोरेटी ने ताईपे (ताईवान) में आयोजित एशियन कैडेट चैंपियनशिप 2025 में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन किया।
2021 में की थी शुरुआत: रंजीता ने अपनी जूडो यात्रा 2021 के ओपन नेशनल जूडो टूर्नामेंट से शुरू की, जहां उन्होंने 40 किलोग्राम वर्ग में बेहतरीन प्रदर्शन किया।
इंटरनेशनल लेवल पर उपलब्धियां: रंजीता ने कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में गोल्ड, सिल्वर, और ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ताशकंद (उजबेकिस्तान) और जार्जिया में प्रमुख प्रतियोगिताओं में भाग लिया।
खेल के साथ पढ़ाई भी की: रंजीता ने अपनी सफलता को शिक्षा और खेल के संतुलन से प्राप्त किया है। उन्होंने जूडो के साथ अपनी पढ़ाई भी पूरी की है, जिससे वह सभी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी हैं।
रंजीता कोरेटी की गोल्ड मेडल की यात्रा और भी शानदार रही। उन्होंने राष्ट्रीय ओपन नेशनल जूडो चैंपियनशिप में असम, तेलंगाना, महाराष्ट्र और दिल्ली को हराकर गोल्ड मेडल जीता। इसके अलावा, उन्होंने खेलो इंडिया यूथ गेम्स पटना में स्वर्ण पदक जीता। उनके इस अद्भुत प्रदर्शन ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक पहचान दिलाई। इसके बाद उन्हें ताशकंद (उजबेकिस्तान) और जार्जिया में भी प्रमुख खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने का अवसर मिला।
रंजीता कोरेटी ने 2025 में जार्जिया में आयोजित कैडेट यूरोपियन कप में 52 किग्रा में 5वां स्थान प्राप्त किया। ताशकंद (उजबेकिस्तान) में एशियन कैडेट चैंपियनशिप में अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया। रंजीता की सबसे बड़ी उपलब्धि 2025 में ताईपे, ताईवान में आयोजित एशियन कैडेट चैंपियनशिप में अंतरराष्ट्रीय गोल्ड मेडल जीतने के रूप में सामने आई है।
रंजीता कोरेटी ने अपने खेल जीवन में कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ यह सफलता प्राप्त की है। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार, बल्कि जिले को भी गर्व कराया है। इसी के साथ ही वह युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बन गई हैं।
रंजीता का मानना है कि शिक्षा और खेल दोनों को समान महत्व देना चाहिए। यही कारण है कि वह अपनी पढ़ाई के साथ-साथ जूडो का प्रशिक्षण भी ले रही हैं।