Chhattisgarh : लाखों की धोखाधड़ी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के 2 शातिर गिरफ्तार, 6.27 लाख रुपए कराए वापस

रोजगार की तलाश में भटक रहे बेरोजगार युवक लगातार ठगी का शिकार हो रहे हैं। ताजा मामला सामने आया है छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले का, जहां पर दो युवकों से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की गई है....

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Sandeep Kumar
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बिलासपुर के एक युवक से 15 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले में रेंज साइबर ( range cyber ) और पुलिस की टीम ने दो अंतर्राज्यीय शातिर अपराधियों की गिरफ्तार किया है। पीड़ित को 6.27 लाख रुपए वापस भी दिलाए। जानकारी के मुताबिक, पारिजात एक्सटेंशन बिलासपुर निवासी सुनील कुमार को टेलीग्राम ऐप के माध्यम से क्वाइन स्वीच इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट नाम की फर्जी कंपनी ने उसे बैंक मैनेजर का पार्ट टाइम जॉब करने का ऑफर दिया। इसमें कुछ छोटे-छोटे टास्क पूरे करने पर हर टास्क के 200 रुपए मिलना बताया। बाद में गलत टास्क होना बताकर पीड़ित से पैसे जमा कराते गए। बताया जा रहा है कि इस ठगी की घटना को राजस्थान की एक फर्जी कंपनी ने टेलीग्राम ऐप के जरिए ऑनलाइन नौकरी ( online job) दिलाने के नाम पर अंजाम देती रही।

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3 दिनों में ही 15 लाख ठग लिए


सुनील के मुताबिक फर्जी कंपनी ने गलत टास्क के नाम पर पहले उससे कम राशि जमा कराई, फिर पैसे लौटाने का झांसा देकर लगातार अधिक रकम जमा कराते गए। इस तरह फर्जी कंपनी के लोगों ने उससे 10 सितंबर 2023 से 12 सितंबर 2023 तक 15 लाख 4 हजार 8 सौ 50 रूपए की धोखाधड़ी की।

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अफसरों ने टीम राजस्थान भेजी गई

इसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज डॉ. संजीव शुक्ला और पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के आदेश पर एक विशेष टीम निरीक्षक अवनीश पासवान के निर्देश में राजस्थान, दिल्ली रवाना की गई। टीम ने हफ्ते भर राजस्थान में रहकर आरोपियों का ठिकाना मालूम किया।

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ऐसे पकड़ा आरोपियों को

पुलिस ने संदिग्ध बैंक खातों को चिन्हांकित कर बैंक स्टेटमेट, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन, एटीएम विड्रॉल की जांच की, तो बैंक में पंजीकृत मोबाइल नंबर के जरिए छानबीन की। इस दौरान आरोपियों के राजस्थान के गुडपालिया और लडानू के आसपास के निवासी होने की जानकारी मिली। आरोपी अजय सिंह और गजेन्द्र स्वामी के शामिल होने की बात सामने आई।

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सख्ती से पूछताछ पर उगला राज

स्थानीय पुलिस के सहयोग से आरोपी गज्जु उर्फ गजेन्द्र स्वामी और अजय सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, तो उसने ठगी का काम करना स्वीकार किया। ऑनलाइन फ्रॉड का काम मनोज स्वामी जो विदेश दोहा की राजधानी कतर में रहकर लेबर ठेकेदारी कार्य के आड़ में करता है। उसके सहयोग से किया गया।

ठग गिरोह का विदेशी कनेक्शन

जांच में पता चला कि विदेश में कार्य करने वाले मजदूरों से कतर की मुद्रा रियाल प्राप्त कर मजदूरों के परिजनों को भारतीय मुद्रा जो ऑनलाइन फ्रॉड से प्राप्त हुआ है। संदिग्ध बैंक अकांउट से स्थानांतरित किया जाता है।

ऑनलाइन ठगी से बचने ये करें

बिलासपुर पुलिस ने ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए अनजान नंबर फोन कॉल पर कोई निजी जानकारी, बैंकिग जानकारी, ओटीपी, आधार कार्ड, पैन कार्ड फोटो शेयर नहीं करने की अपील की है।अनजान वेबसाइट और अनाधिकृत ऐप डाउनलोड या सर्च करने से बचें, कम परिश्रम से अधिक लाभ कमाने और रकम दुगना करने का झांसा देने वाले व्यक्तियों से सावधान रहें। 

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