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Photograph: (the sootr)
RAIPUR.छत्तीसगढ़ कांग्रेस में अब परफॉर्मेंस सिस्टम लागू होने जा रहा है। जल्द ही नए जिला अध्यक्षों का ऐलान हो जाएगा। दिल्ली में पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के बाद छत्तीसढ़ के नए जिला अध्यक्षों की सूची तैयार कर ली गई है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस संगठन में बड़ा बदलाव होने जा रहा है।
प्रदेश नेतृत्व अब संगठन को नए और सक्रिय स्वरूप में ढालने की तैयारी में है। जानकारी के अनुसार 41 जिलाध्यक्षों में से 36 को बदला जा सकता है। जबकि केवल 5 वर्तमान अध्यक्षों को दोबारा मौका मिलने की संभावना है। लंबे समय से अटकी हुई जिलाध्यक्षों की नई सूची अब लगभग तैयार है और जल्द ही जारी की जाएगी।
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सिफारिश नहीं परफॉर्मेंस से बनेंगे जिला अध्यक्ष :
पार्टी सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस ने इससे पहले 11 जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की थी, लेकिन कुछ जिलों में संगठन का प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका। इसलिए अब ऐसे जिलों में बदलाव की तैयारी है। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि सक्रिय और ग्राउंड स्तर पर काम करने वाले चेहरों को जिला संगठन की जिम्मेदारी दी जानी चाहिए ताकि आने वाले चुनावों में संगठन मज़बूत हो सके। कांग्रेस ने दिल्ली से छत्तीसगढ़ के हर जिले में अपने पर्यवेक्षक भेजे थे।
इन पर्यवेक्षकों ने स्थानीय कार्यकर्ताओं और नेताओं से रायशुमारी की थी। इसके अलावा संभावित नामों का बैकग्राउंड और क्रिमिनल रिकॉर्ड की भी पड़ताल की गई थी। दावेदारों को एक फॉर्म दिया गया था जिसमें उनसे यह पूछा गया था कि आखिर उनको जिला अध्यक्ष क्यों बनाया जाए। दिल्ली ने ये भी साफ कर दिया था कि इस बार जिला अध्यक्ष सिफारिश से नहीं बल्कि परफॉर्मेंस के आधार पर बनेंगे। कांग्रेस की यह पूरी तैयारी अगले विधानसभा चुनावों को लेकर है।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस जिलाध्यक्षों की नियुक्तियों को ऐसे समझेंनए जिला अध्यक्षों की घोषणा: छत्तीसगढ़ कांग्रेस में जल्द ही 41 जिलाध्यक्षों में से 36 का बदलाव होगा, 5 मौजूदा अध्यक्षों को दोबारा मौका मिल सकता है। परफॉर्मेंस आधारित चयन प्रक्रिया: जिला अध्यक्षों का चयन अब सिफारिशों की बजाय उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा, जिससे संगठन को मजबूत बनाने की कोशिश की जा रही है। चयन के लिए साक्षात्कार और बैकग्राउंड चेक: दावेदारों से पूछा गया कि वे क्यों जिला अध्यक्ष बनने के योग्य हैं, साथ ही उनके बैकग्राउंड और क्रिमिनल रिकॉर्ड की भी जांच की गई। दिल्ली में ट्रेनिंग: नए जिलाध्यक्षों को दिल्ली में विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसमें पार्टी की कार्यशैली, चुनावी प्रबंधन और संगठनात्मक ढांचे के बारे में प्रशिक्षण होगा। संगठन का मूल्यांकन: कांग्रेस अब हर छह महीने में जिला इकाइयों का मूल्यांकन करेगी, जिसमें संगठनात्मक गतिविधियां, जनसंपर्क और सदस्यता अभियान पर ध्यान दिया जाएगा। |
इनको मिल सकती है जिला अध्यक्ष की कुर्सी :
रायपुर शहर - सुबोध हरितवाल
रायपुर ग्रामीण - प्रवीण साहू
दुर्ग शहर - धीरज बाकलीवाल,आरएन वर्मा
दुर्ग ग्रामीण - राकेश ठाकुर
भिलाई शहर - मुकेश चंद्राकर,साकेत चंद्राकर
अंबिकापुर - बालकृष्ण पाठक
जगदलपुर - सुशील मौर्या
जीपीएम - पंकज तिवारी,मनोज गुप्ता
एमसीबी - अशोक श्रीवास्तव,के डमरु रेड्डी
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नए जिला अध्यक्षों को दिल्ली में ट्रेनिंग :
जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के बाद कांग्रेस की योजना उन्हें दिल्ली मुख्यालय में स्पेशल ट्रेनिंग सेशन देने की है। यहां नई टीम पार्टी की कार्यशैली, संगठनात्मक ढांचे और चुनावी प्रबंधन के तरीकों को सीखेगी। सूत्रों के अनुसार, यह प्रक्रिया जल्द पूरी की जा सकती है। इसी दौरान जिलाध्यक्षों की राहुल गांधी से मुलाकात भी तय मानी जा रही है।
कांग्रेस इस बार पुराने ढर्रे से हटकर संगठन को परफॉर्मेंस बेस्ड सिस्टम पर ढालने जा रही है। पार्टी अब हर छह महीने में जिला इकाइयों का मूल्यांकन करेगी। इसमें संगठनात्मक गतिविधियां, जनसंपर्क, सदस्यता अभियान और स्थानीय मुद्दों पर सक्रियता का आंकलन किया जाएगा। जो पदाधिकारी बेहतर काम करेंगे उन्हें प्रदेश स्तर की जिम्मेदारियों में प्राथमिकता दी जाएगी, जबकि निष्क्रिय नेताओं को हटाया जा सकेगा।
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