CG में शराब घोटाला: आबकारी भवन और कोरबा में छापामार कार्रवाई

आबकारी में 2 हजार करोड़ की गड़बड़ी केस में  (ACB-EOW) एसीबी-ईओडब्ल्यू ने सोमवार को आबकारी भवन के दफ्तर में ​छापेमारी की। कोरबा में शराब कारोबार से जुड़े दस्तावेज, कंप्यूटर, लैपटॉप, हार्ड डिस्क और पैन ड्राइव जब्त किए गए हैं।

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Sandeep Kumar
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छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला

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RAIPUR. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस शासन काल में आबकारी विभाग ( Excise Department ) में 2 हजार करोड़ की गड़बड़ी का मामला एक बार फिर से तूल पकड़ने लगा है। मामले में ( ACB-EOW ) ने दूसरे दिन सोमवार को भी लाभांडी स्थित आबकारी भवन दफ्तर में छापेमारी ( Raid ) की। एक टीम ने कोरबा सहायक आयुक्त सौरभ बख्शी के निवास पर दबिश दी और शाम 6 बजे जांच खत्म कर दी। कोरबा में शराब कारोबार से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं। वहीं, आबकारी भवन में नोटिस देकर दो दर्जन बिंदुओं पर जानकारी मांगी है ​कि शराब का परिवहन कौन करता था, किस कंपनी ने लाइसेंस दिया था। 

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बमराद दस्तावेजों की चल रही जांच

एसीबी-ईओडब्ल्यू  (   ACB-EOW ) ने रविवार यानी 25 फरवरी को पूर्व मुख्य सचिव, दो रिटायर्ड आईएएस, आबकारी अधिकारी, कारोबारी समेत 13 लोगों के रायपुर, भिलाई, बिलासपुर, कोरबा, नोएडा के ठिकानों पर छापे मारे। करीब 15 घंटे चली जांच के दौरान EOW की टीम ने कई जगह से दस्तावेज जब्त किए हैं। जब्त दस्तावेजों की जांच की जा रही है।

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ED की कार्रवाई से अलर्ट पर थे आरोपी

ईडी के जांच के लगभग 11 माह बाद एसीबी-ईओडब्ल्यू जांच के लिए आबकारी भवन, सीएसएमसीएल  (  CSMCL ) और अन्य लोगों के दफ्तर और ठिकानों में पहुंची। वहां से ईडी पहले ही दस्तावेज ले गई है। वहां अब जांच टीम को ज्यादा कुछ मिलने की संभावना नहीं है। क्योंकि खुद EOW ने 17 जनवरी को केस दर्ज किया है। डेढ़ माह बाद कार्रवाई करने जा रहे है। इससे सभी अलर्ट थे। तीन दिन पहले से छापे की चर्चा थी। इसलिए अब उन्हें ईडी से दस्तावेज लेना पड़ेगा। तभी भ्रष्टाचार की जांच आगे बढ़ पाएगी।

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11 महीने पहले ED ने मारा था छापा

प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी  ने  पहले ही आरोप लगाया था कि राज्य में बेची गई शराब की 'हर बोतल' पर 'अवैध रूप' से पैसा लिया गया है। रायपुर के महापौर एजाज ढेबर के बड़े भाई अनवर ढेबर की अगुवाई वाले शराब सिंडिकेट ने दो हजार करोड़ रुपये के 'अभूतपूर्व' भ्रष्टाचार किया है। इसके खिलाफ ईडी के पास सबूत हैं। ईडी ने एक बयान में कहा था कि अनवर ढेबर को संघीय एजेंसी ने धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत शनिवार तड़के रायपुर के एक होटल से तब गिरफ्तार किया, जब वह 'पिछले दरवाजे से भागने' की कोशिश कर रहे थे।

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Chhattisgarh Raipur कोरबा आबकारी भवन छापेमार